सीरिया में अपने नागरिकों के लिए भारत ने दी सलाह, जल्द देश छोड़ने को कहा
भारत सरकार ने सीरिया में रह रहे अपने नागरिकों के लिए एक अधिसूचना जारी की है। सरकार ने उन्हें हिंसा बढ़ने के कारण जल्द से जल्द सीरिया देश छोड़ने के लिए कहा है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात एक बयान जारी किया, जिसमें भारतीय नागरिकों को "अगली सूचना तक सीरिया की यात्रा करने से बचने" की सलाह दी गई। यह सलाह सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के खिलाफ एक विद्रोही हमले के मद्देनजर जारी की गई है।
अधिसूचना में क्या कहा गया?
अधिसूचना में कहा गया है कि लोगों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ानों से सीरिया छोड़ दें और जो लोग सीरिया नहीं छोड़ सकते वे वे अपनी सुरक्षा के बारे में अत्यधिक सावधानी बरतें और अपनी गतिविधियों को न्यूनतम रखें। सीरिया में भारतीयों को दमिश्क में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने को कहा गया है। हेल्पलाइन नंबर +963-993385973 (व्हाट्सएप पर भी उपलब्ध) और hoc.damascus@mea.gov.in पर ईमेल से संपर्क कर सकते हैं।
सरकार ने जारी की अधिसूचना
सीरिया में क्या हो रहा है?
सीरिया में विद्रोही गुट ने 8 साल बाद देश के बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया है। इस अभियान का नेतृत्व मुख्य तौर पर हयात तहरीर अल-शाम (HTS) नामक संगठन कर रहा है। ये अलकायदा से जुड़ा एक आतंकी समूह है। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र (UN) ने HTS को एक आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है, लेकिन संगठन अपने आतंकी संबंधों को नकारता रहा है। इनसे निपटने के लिए सीरियाई सरकार की मदद रूस की सेना भी कर रही है।
विद्रोही गुट ऐसा क्यों कर रहा?
विद्रोही सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल हसन अब्दुलगनी ने इस हमले को एक रक्षात्मक जरूरत बताया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, उन्होंने कहा, "हमारे लोगों पर दुश्मनों की गोलीबारी रोकने के लिए ये अभियान कोई विकल्प नहीं है, बल्कि लोगों और जमीन की रक्षा करने का एक दायित्व है।" HTS का प्रमुख लक्ष्य असद शासन को उखाड़ फेंकने और ईरानी मिलिशिया को खदेड़ते हुए सीरिया में इस्लामी शासन की स्थापना करना है।