गुजरात यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के साथ मारपीट मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है?
क्या है खबर?
अहमदाबाद स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी में 16 मार्च की रात को नमाज पढ़ने को लेकर हुए विवाद के बाद यूनिवर्सिटी ने बड़ा फैसला लिया है। अब यूनिवर्सिटी विदेशी छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए 'सांस्कृतिक संवेदनशीलता' पर विशेष सत्र आयोजित करने की तैयारी कर रही है।
दूसरी ओर, मामले पर विदेश मंत्रालय का भी बयान आया है। मंत्रालय ने कहा कि वह मामले पर नजर बनाए हुए है और गुजरात सरकार के संपर्क में है।
कुलपति
विदेशी छात्रों के साथ होगा कल्चरल ओरिएंटेशन- कुलपति
NDTV के मुताबिक, यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉक्टर नीरजा ए गुप्ता ने कहा, "ये विदेशी छात्र हैं और जब आप विदेश जाते हैं तो आपको सांस्कृतिक संवेदनशीलता सीखनी चाहिए। इन छात्रों को एक कल्चरल ओरिएंटेशन की आवश्यकता है। हम उनके साथ बैठेंगे और ओरिएंटेशन प्रदान करेंगे और चर्चा करेंगे कि उनकी सुरक्षा कैसे मजबूत की जाए।"
कुलपति ने कहा कि भीड़ में शामिल लोगों और विदेशी छात्रों के बीच कुछ तनाव था, जो कल की घटनाओं के कारण बढ़ गया है।
विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने कहा- अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही
घटना पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "कल अहमदाबाद में गुजरात यूनिवर्सिटी में हिंसा की घटना हुई। राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। झड़प में 2 विदेशी छात्र घायल हो गए, उनमें से एक को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मामले पर विदेश मंत्रालय गुजरात सरकार के साथ संपर्क में है।"
गुजरात के गृह राज्य मंत्री ने भी कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
जांच
जांच के लिए 9 टीमें गठित
अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने कहा, "विश्वविद्यालय में करीब 300 विदेशी छात्र पढ़ते हैं। A ब्लॉक में लगभग 75 विदेशी छात्र रहते हैं। रात को करीब 10:30 बजे छात्र नमाज पढ़ रहे थे, तभी 20-25 लोग आए। उन्होंने कहा कि यहां क्यों नमाज पढ़ रहे हो, मस्जिद में नमाज पढ़नी चाहिए। इस पर उनकी कुछ बहस हुई। हमने 20-25 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। जांच के लिए 9 टीमें बनाई गई हैं।"
मामला
क्या है मामला?
दरअसल, यूनिवर्सिटी में कुछ छात्र रमजान के दौरान रात्रि में होने वाली विशेष नमाज पढ़ रहे थे। तभी कुछ लोग वहां आए और छात्रों को नमाज पढ़ने से रोका, जिसे लेकर बहस शुरू हो गई।
पीड़ित छात्रों का कहना है कि उनके कमरों में तोड़फोड़ की गई और लैपटॉप, मोबाइल, अलमारी और वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
पीड़ित छात्र उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के हैं।