केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मन विदेश मंत्रालय की टिप्पणी का भारत ने जताया कड़ा विरोध
क्या है खबर?
शराब नीति से जुड़े कथित घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल वे 7 दिन की ED रिमांड पर हैं।
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने की टिप्पणी की थी। अब भारत ने जर्मन विदेश मंत्रालय की इस टिप्पणी का कड़ा विरोध किया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने जर्मन दूतावास के उप प्रमुख जॉर्ज एंजवीलर को तलब किया है।
भारत
भारत ने जर्मन दूत के समक्ष जताई कड़ी आपत्ति
भारत के विरोध के बाद जर्मन दूतावास के उप प्रमुख एंजवीलर दिल्ली में विदेश मंत्रालय पहुंचे।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं। भारत कानून के शासन वाला एक जीवंत और मजबूत लोकतंत्र है। जैसा कि लोकतांत्रिक देशों में होता है, कानून अपना काम करेगा। इस संबंध में की गई पक्षपातपूर्ण धारणाएं अत्यधिक अनुचित हैं।"
जर्मनी
केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी ने क्या कहा था?
दरअसल, 22 मार्च को जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सेबस्टियन फिशर से पूछा गया था कि वे आम चुनावों से पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी का आंकलन कैसे करते हैं।
इस पर उन्होंने कहा था, "हमने मामले का संज्ञान लिया है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हम मानते हैं और उम्मीद करते हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांतों से संबंधित मानक इस मामले में भी लागू होंगे।"
जर्मन विदेश मंत्रालय
केजरीवाल निष्पक्ष सुनवाई के हकदार- जर्मन विदेश मंत्रालय
फिशर ने आगे कहा, "आरोपों का सामना करने वाले किसी भी व्यक्ति की तरह केजरीवाल निष्पक्ष और तटस्थ सुनवाई के हकदार हैं। इसमें बिना किसी प्रतिबंध के सभी उपलब्ध कानूनी रास्तों का उपयोग करना शामिल है। जब तक दोष साबित न हो, तब तक किसी भी शख्स को निर्दोष मानने के कानूनी सिद्धांत का पालन किया जाता है। इसी सिद्धांत को केजरीवाल के मामले में भी लागू किया जाना चाहिए।"
बयान
राहुल गांधी के मामले में भी आया था जर्मनी का बयान
इससे पहले जब राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द की गई थी, तब जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था, "हमें इस बात की जानकारी है कि राहुल अभी इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं। इस अपील के बाद ये स्पष्ट हो जाएगा कि क्या यह फैसला कायम रहेगा, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि इस कार्रवाई में न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांतों का ध्यान रखा जाएगा।"
मामला
क्या है केजरीवाल की गिरफ्तारी का मामला?
केजरीवाल को शराब नीति से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है। ED का आरोप है कि केजरीवाल इस घोटाले के मुख्य सरगना हैं और घोटाले से मिली राशि का इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनावों में किया गया है।
इससे पहले ED ने केजरीवाल को कई बार समन जारी किए थे, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। बता दें कि इसी मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी जेल में बंद हैं।