भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया की मदद के लिए कौन से देश आगे आए?
क्या है खबर?
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप ने तबाही मचा दी है। 7.8 तीव्रता वाले इस भूकंप से दक्षिण-पूर्वी तुर्की और उत्तर-पश्चिमी सीरिया में 5,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 12,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
अभी भी बड़ी संख्या में लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। इस बीच कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने मदद का ऐलान किया है।
आइये इस मदद के बारे में जानते हैं।
जानकारी
भारत ने भेजी NDRF टीमें
भारत ने वायुसेना के विमानों से राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) के खोज और बचाव दल, डॉग स्क्वॉयड, मेडिकल आपूर्ति, जरूरी उपकरण और अन्य सामग्री को रवाना कर दिया है। ये भूकंप प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव दल के साथ मिलकर काम करेंगे।
मदद
चीन और रूस ने भेजी मदद
भूकंप के तुरंत बाद चीन ने तुर्की को लगभग 50 करोड़ रुपये की आपातकालीन सहायता देने का ऐलान किया था। इसके अलावा यहां के रेड क्रॉस ने कहा था कि वह सीरिया और तुर्की को 1.6-1.6 करोड़ रुपये की मदद देगा।
वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीरिया और तुर्की, दोनों जगहों पर राहत टीमें भेजने का ऐलान किया है। अभी सीरिया में तैनात रूस के 300 सैनिक राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
मदद
यूरोपीय संघ के देशों ने भेजी राहत टीमें
यूरोपीय संघ (EU) ने तुर्की में राहत कार्यों में सहायता देने के लिए 27 टीमें भेजने का ऐलान किया है। इन टीमों में 1,150 सदस्य और 70 कुत्ते शामिल हैं।
ये टीमें यूरोपीय संघ के देशों के अलावा दूसरे देशों से भी आएंगी।
इसी तरह जर्मनी की केंद्रीय एजेंसी टेक्निकल रिलीफ ने तुर्की में लोगों के रहने के लिए कैंप बनाने और पानी को साफ करने की यूनिट लगाने का ऐलान किया है।
मदद
इजरायल भेजेगा इंजीनियर और मेडिकल कर्मचारी
इजरायली सेना ने कहा है कि वह राहत और बचाव कार्यों में मदद करने के लिए 150 इंजीनियरों, मेडिकल और दूसरे कर्मचारियों को तुर्की भेज रही है।
इजरायल की तरफ से कहा गया है कि सीरिया ने कूटनीतिक माध्यमों से मदद की मांग की थी, जिसे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंजूर कर लिया है।
हालांकि, सीरिया ने कहा कि वह किसी ऐसे देश से मदद कैसे मांग सकता है, जो दशकों से उसके नागरिकों की जान ले रहा है।
मदद
इन देशों ने भी किया मदद भेजने का ऐलान
इनके अलावा जापान, जॉर्डन, लेबनान, मलेशिया, मेक्सिको, मालडोवा, मोंटेंग्रो, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, पॉलैंड, कतर, रोमानिया, सर्बिया, दक्षिण कोरिया, स्विट्जरलैंड, स्पेन, ताइवान, संयुक्त अरब अमीरात, इंग्लैंड, ताइवान, अमेरिका, अल्जीरिया और ऑस्ट्रेलिया ने प्रभावित देशों में राहत पहुंचाने का ऐलान किया है।
रूस के आक्रमण का सामना कर रहे यूक्रेन ने भी कहा है कि वह मदद भेजने को तैयार है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने इस प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी है।
मदद
WHO और UN ने भी भेजी सहायता
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तुरंत प्रभाव से प्रभावित क्षेत्रों के लिए आपातकालीन आपूर्ति भेज दी है और आपातकालीन मेडिकल टीमों के नेटवर्क को सक्रिय कर दिया है।
वहीं संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि वह अपनी टीमों के जरिये प्रभावित लोगों की मदद कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया और तुर्की में मौजूद अपनी टीमों से जरूरतमंदों की मदद करने को कहा है।
NATO (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन) सहयोगी भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।