ओमिक्रॉन: IMA ने दी तीसरी लहर की चेतावनी, सरकार से बूस्टर खुराक लगाने की अपील की
कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने सरकार से स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को कोविड वैक्सीन की तीसरी खुराक लगाने का अनुरोध किया है। इसके अलावा संघ ने सरकार से 12 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाने के प्रस्ताव में तेजी लाने को भी कहा है। वैक्सीनों को मंजूरी मिलने के बावजूद अभी तक बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू नहीं हुआ है।
अगर उचित कदम नहीं उठाए तो आ सकती है बड़ी तीसरी लहर- IMA
IMA ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि देश के कई बड़े राज्यों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं और इनकी संख्या बढ़ना निश्चित है। संघ ने कहा, "मौजूद वैज्ञानिक सबूतों और वेरिएंट की उत्पत्ति के देशों के अनुभव से साफ है कि ओमिक्रॉन अधिक लोगों को प्रभावित करेगा... ऐसे समय जब स्थिति सामान्य हो रही थी, तब ये एक बड़ा झटका है। अगर हमने उचित कदम नहीं उठाए तो बड़ी तीसरी लहर आ सकती है।"
IMA ने कहा- वैक्सीनेशन पर जोर देकर ओमिक्रॉन को काबू में किया जा सकता है
वैक्सीनेशन की अहमियत पर जोर देते हुए IMA ने कहा कि ये साबित हो चुका है कि वैक्सीनेशन गंभीर संक्रमण से बचा सकता है और अगर इस पर जोर दिया जाता है तो भारत ओमिक्रॉन के प्रभाव पर काबू पा सकता है। संघ ने कहा, "इस मौके पर IMA सरकार से स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए अतिरिक्त खुराक की आधिकारिक घोषणा करने की अपील भी करता है।"
डेल्टा से 5-10 गुना ज्यादा संक्रामक है ओमिक्रॉन- IMA
IMA ने कहा कि ओमिक्रॉन अभी तक कम घातक साबित हुआ है, लेकिन ये डेल्टा से पांच से 10 गुना ज्यादा संक्रामक है और इसलिए सरकार और सभी हितधारकों को वैक्सीनेशन बढ़ाकर इसको काबू में करने की कोशिश करनी चाहिए। संघ ने साफ किया कि वह यात्रा प्रतिबंध का समर्थन नहीं करता है, लेकिन सभी से गैरजरूरी यात्रा से बचने की अपील करता है। उसने सभी सार्वजनिक परिवहन में कोविड नियमों के पालन पर भी जोर दिया।
IMA की बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू करने की भी अपील
ओमिक्रॉन सामने आने के बाद अफ्रीका में बड़ी संख्या में बच्चों में गंभीर संक्रमण का हवाला देते हुए IMA ने सरकार से 12-18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू करने की अपील भी की। उसने स्कूल-कॉलेजों में नियमों को लेकर सख्ती अपनाने को भी कहा।
जनवरी-फरवरी में ओमिक्रॉन के कारण तीसरी लहर आने का अनुमान
गौरतलब है कि IIT कानपुर ने एक गणितीय मॉडल के आधार पर देश में जनवरी और फरवरी में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण तीसरी लहर आने का अनुमान जताया है। IIT ने इसके डेल्टा वेरिएंट के कारण आई दूसरी लहर के मुकाबले हल्की होने का अंदाजा भी लगाया है। उसने कहा है कि अगर मौजूदा वैक्सीनें ओमिक्रॉन के खिलाफ बिल्कुल भी प्रभावी साबित नहीं होती हैं तो तीसरी लहर की पीक के दौरान 1-1.5 लाख दैनिक मामले सामने आ सकते हैं।
भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट के 23 मामले
बता दें कि भारत में अभी तक ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण के 23 मामले सामने आ चुके हैं। सोमवार को मुंबई में दो नए मामले पकड़ में आए। इससे पहलेे रविवार को दिल्ली, मंहाराष्ट्र और राजस्थान में इसके मामले सामने आए थे। गुजरात और कर्नाटक में भी ओमिक्रॉन के मामले पकड़ में आए हैं। ज्यादातर मामले विदेश से लौटे लोगों में सामने आए हैं, लेकिन बेंगलुरू में बिना किसी यात्रा रिकॉर्ड वाले डॉक्टर को भी संक्रमित पाया गया है।