भोपाल आग: 40 मीटर दूर खड़ा रहा आग बुझाने का करोड़ों का वाहन, नहीं हुआ इस्तेमाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन की इमारत में सोमवार शाम को भीषण आग लग गई, जिसमें हजारों सरकारी फाइलें जलकर खाक हो गईं। अब पता चला है कि करीब 5.5 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए एक हाइड्रॉलिक वाहन का आग बुझाने के लिए कोई इस्तेमाल नहीं किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह आधुनिक वाहन इमारत से सिर्फ 40 मीटर की दूरी पर खड़ा था।
हाइड्रॉलिक वाहन को नहीं मिली थी RTO की अनुमति
NDTV के मुताबिक, हाइड्रॉलिक वाहन का इस्तेमाल न होने के पीछे कागजी कार्रवाई में देरी एक बड़ी वजह है। अग्निशमन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, "18 मंजिल तक ऊंची इमारतों में आग से लड़ने में मददगार इस हाइड्रॉलिक वाहन को करीब 9 महीने पहले खरीदा गया था। हालांकि, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) से मंजूरी मिलने में देरी और योग्य कर्मचारियों की कमी के कारण ये आग से लड़ने में कोई भूमिका नहीं निभा पाया।"
वाहन को संचालित करने के लिए मौजूद नहीं था एक भी प्रशिक्षित कर्मचारी
बतौर रिपोर्ट्स, इस हाइड्रॉलिक वाहन पर लगी सीढ़ी को संचालित करने के लिए कुछ कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया था, लेकिन आग लगने के समय उनमें से कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। इसके चलते अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को आग बुझाने के लिए पहले की तरह फायर ब्रिगेड पर लगी सीढ़ियों और मशीनों का उपयोग करना पड़ा। इनकी पहुंच सिर्फ 3-4 मंजिल तक थी, जबकि आग छठवीं मंजिल तक फैल गई थी।
वाहन के पास नहीं था इमारत तक जाने का रास्ता- गृह मंत्री मिश्रा
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "इस हाइड्रॉलिक वाहन के इमारत तक जाने की जगह नहीं थी क्योंकि इमारत तक जाने वाले रास्ते के बीच में पार्किंग बना दी गई है।" उन्होंने आगे कहा, "मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह आदेश दिया है कि बड़ी इमारतों में आग लगने की स्थिति पर अग्निशमन वाहनों के प्रवेश के लिए पर्याप्त जगह सुनिश्चित करने की व्यवस्था की जानी चाहिए।"
आग पर 14 घंटे बाद पाया गया पूरी तरह काबू
सतपुड़ा भवन में लगी आग पर करीब 14 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद पूरी तरह काबू पाया जा सका। आग को बुझाने के लिए पुलिस, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और भारतीय सेना के जवान मौजूद रहे थे। आग सोमवार शाम को करीब 4 बजे इमारत की तीसरी मंजिल से शुरू हुई थी, जिसके बाद यह ऊपर की 3 मंजिलों में फैल गई। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है।