उत्तर प्रदेश: हेपेटाइटिस मरीजों के लिए संकट, सरकारी केंद्रों पर दवाएं खत्म
उत्तर प्रदेश में हेपेटाइटिस मरीजों को निशुल्क दवाओं का वितरण नहीं हो रहा है। इससे मरीज बाहर से महंगी दवाएं खरीदने पर मजबूर हैं। अमर उजाला के मुताबिक, राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रदेश में हेपेटाइटिस ए, बी, सी की निशुल्क जांच और पॉजीटिव मिलने वाले मरीजों को निशुल्क दवा मिलती है। पिछले कुछ माह से केंद्रों पर दवाएं नहीं भेजी गई हैं। हेपेटाइटिस ए की दवा कुछ केंद्रों पर है, जबकि बी और सी की खत्म है।
प्रदेश में हेपेटाइटिस के 25,000 से ज्यादा पंजीकृत मरीज
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में हेपेटाइटिस के 25,000 से अधिक मरीज पंजीकृत हैं और हर महीने इनकी संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश में KGMU और BHU समेत कुल 12 उपचार केंद्र हैं। इन्हीं उपचार केंद्रों से आसपास के जिलों में दवाएं भेजी जाती हैं, लेकिन केंद्रों पर 2 महीने से दवाएं नहीं हैं। बताया जा रहा है कि पुराने मरीजों को ही दवा उपलब्ध कराई जा रही है, जबकि नए मरीजों को बिना दवा लौटाया जा रहा है।