किसानों के पासपोर्ट-वीजा रद्द कर रही हरियाणा पुलिस, शुभकरण की मौत मामले में हत्या का केस
हरियाणा-पंजाब सीमा पर किसानों का प्रदर्शन जारी है और आज किसान 'दिल्ली चलो' मार्च दोबारा शुरू करने पर फैसला ले सकते हैं। इस बीच हरियाणा की अंबाला पुलिस ने घोषणा की है कि उन किसानों के वीजा और पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जो हाल के विरोध-प्रदर्शन के दौरान पंजाब सीमा पर बैरिकेड तोड़ने या उपद्रव मचाने में शामिल हैं। पुलिस ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ जानकारी साझा की है।
हरियाणा पुलिस ने क्या कहा?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अंबाला के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) जोगिंदर सिंह ने कहा, 'उन 'उपद्रवियों' के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा रही है, जो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब से हरियाणा आए थे। CCTV या ड्रोन कैमरों और वीडियोग्राफी के माध्यम से हमने ऐसे लोगों की पहचान की है, जो बैरिकेड्स तोड़ने या गड़बड़ी पैदा करने में शामिल हैं। हमने कई तस्वीरें भी ली हैं, जिनमें वे विभिन्न तरीकों से अशांति पैदा करते नजर आ रहे हैं।"
किसानों के घरों पर लगाए गए नोटिस
सूत्रों ने कहा कि 22 फरवरी को किसान नेताओं के घर पर नोटिस लगाए गए थे। इनमें BKU (शहीद भगत सिंह) के अध्यक्ष मोहरी, प्रवक्ता तेजवीर सिंह और कोर कमेटी के सदस्य जय सिंह जलबेरा, मंजीत सिंह (गरनाला गांव), गुरमीत सिंह (माजरी गांव), कुलदीप सिंह (मोहरी गांव) और सुखचैन सिंह (भरोग गांव) जैसे कृषि कार्यकर्ता भी शामिल हैं। हरियाणा पुलिस विरोध में शामिल कुछ "असामाजिक तत्वों" की पहचान कर उनके पासपोर्ट का विवरण पासपोर्ट विभाग को भेजेगी।
किसान संगठनों ने कार्रवाई पर क्या कहा?
इस बीच हरियाणा के किसान संगठनों के नेताओं ने दावा किया कि राज्य पुलिस ने उनके घरों पर नोटिस लगाए हैं, जिनमें कहा गया है कि आंदोलन के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई किसानों की संपत्तियों को जब्त करके और उनके बैंक खातों को फ्रीज करके की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा, "एक दर्जन से अधिक किसान यूनियनों के नेताओं के घरों पर नोटिस लगाए गए हैं।"
किसानों का दावा- पुलिस घरों का कर रही दौरा
तेजवीर सिंह ने कहा, "अधिकांश नोटिस BKU (शहीद भगत सिंह) अंबाला से जुड़े हैं। हमारे फोन सर्विलांस पर लगा दिए गए हैं और पुलिस हमारे घरों का दौरा कर रही है क्योंकि हम सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी वास्तविक मांगें उठा रहे हैं।" अंबाला के पंजोकरा साहिब गांव के तेजवीर ने कहा, "मैं 30 जनवरी से अपने घर नहीं गया हूं, जहां हरियाणा सरकार ने 29 फरवरी तक मोबाइल इंटरनेट निलंबित कर दिया है।"
खत्म हो सकता है पंजाब सरकार और किसानों के बीच गतिरोध
इस बीच पंजाब पुलिस ने 21 फरवरी को बठिंडा के मूल निवासी शुभकरण सिंह (22) की मौत पर एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। ऐसे में अब किसानों और पंजाब सरकार के बीच गतिरोध खत्म हो सकता है क्योंकि किसानों की मांग थी कि वह मृतक शुभकरण के पोस्टमार्टम की अनुमति तभी देंगे जब इस मामले में FIR दर्ज की जाएगी। पोस्टमार्टम के बाद आज मृतक शुभकरण के अंतिम संस्कार की संभावना है।
आज दिल्ली कूच को लेकर किसानों की अहम बैठक
आज दिल्ली कूच को लेकर किसानों की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में किसान फैसला लेंगे कि वह दिल्ली कूच कब शुरू करेंगे। इसमें केंद्र सरकार से बातचीत को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
किसान क्यों कर रहे विरोध-प्रदर्शन?
दरअसल, किसान अपनी कुछ प्रमुख मांगों को लेकर 13 फरवरी से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी सबसे बड़ी मांग MSP को लेकर कानून बनाने की है। किसानों को रोकने के लिए दिल्ली की सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमाओं पर बैरिकेड्स, कंक्रीट ब्लॉक, लोहे की कीलों और कंटीले तारों के जरिए रास्ते अवरुद्ध किए गए हैं। किसानों ने 16 फरवरी को देशभर में ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया था और पंजाब में रेल रोको आंदोलन भी किया।