"गजब" ग्वालियर: गायों के लिए कंबल दान करो, कम समय में हथियारों का लाइसेंस पाओ
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जिलाधिकारी ने एक अनोखी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अगर जिले में किसी को हथियार रखने का लाइसेंस हासिल करने में तरजीह चाहिए तो उसे गायों के लिए कम से कम 10 कंबल दान करने होंगे। ये घोषणा जिले की गोशालाओं में गायों के लिए कंबलों की कमी को देखते हुए की गई है। उन्हें उम्मीद है कि इस घोषणा का असर होगा क्योंकि ग्वालियर में बहुत लोग बंदूक का लाइसेंस बनवाते हैं।
शनिवार को जिलाधिकारी अनुराग चौधरी ने की घोषणा
शनिवार को ग्वालियर के जिलाधिकारी अनुराग चौधरी ने कहा, "हथियार लाइसेंस का एक आवेदक अगर गायों के लिए 10 कंबल दान करता है तो उसके आवेदन पर फैसले में जिला प्रशासन उसे तरजीह देगा। मैंने ये फैसला कुछ गोशालाओं में अत्यधिक गाय होने और उन्हें चलाने के लिए अधिक संसाधनों की जरूरत को मद्देनजर रखते हुए लिया है।" उन्होंने अधिकारियों को गोशालाओं के रखरखाव और ठंड से गायों को बचाने पर प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने को भी कहा।
कंबल दान करो जल्दी हथियार का लाइसेंस पाओ
चौधरी बोले, ग्वालियर के लोगों में हथियारों के प्रति क्रेज
चौधरी ने कहा, "ग्वालियर के लोगों में हथियारों के प्रति क्रेज है। उन्हें आत्मरक्षा के लिए भी इसकी जरूरत होती है। इसलिए एक बार जब वे हथियार का लाइसेंस प्राप्त करने में तरजीह प्राप्त करने के लिए कंबल दान करते हैं तो हमारे पास गायों के लिए अधिक कंबल होंगे। इससे पहले ऐसे आवेदकों को पौधा रोपण करने को कहने के हमारे निर्णय का अच्छा परिणाम निकला था और शस्त्र लाइसेंस चाहने वालों ने 17000 पौधे लगाए थे।"
अक्टूबर में हुई थी 17 आवारा गायों की मौत
बता दें कि ग्वालियर में अक्टूबर में 17 आवारा गायों की भूख से मौत हो गई थी। इन गायों को स्थानीय लोगों ने एक सरकारी स्कूल के कमरे में बंद कर दिया था क्योंकि वो हाइवे पर ट्रैफिक में व्यवधान पहुंचा रहीं थीं। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मामले में जांच के आदेश दिए थे, वहीं विपक्षी पार्टी भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा था कि ये घटना कांग्रेस सरकार के गायों की रक्षा के वादे का खोखलापन दिखाती है।
राज्य में सात लाख आवारा गाय, 1000 गोशालाएं बनाने का लक्ष्य
मध्य प्रदेश के पशुपालन विभाग के अनुसार, राज्य में कुल सात लाख आवारा गाय हैं और उनके लिए पर्याप्त गोशालाएं नहीं हैं। सर्दियों में गोशालाओं की जरूरत और ज्यादा हो जाती है। इसी कमी को देखते हुए हर पंचायत में एक गोशाला बनाना कांग्रेस का एक चुनावी वादा है जिसे पिछले विधानसभा चुनाव में घोषणापत्र में शामिल किया गया था। राज्य सरकार की योजना पहले चरण में राज्यभर में 1000 गोशालाएं बनाने की है।