कोरोना: 2023 तक सामान्य नहीं हो पाएगा भारत में विदेशी पर्यटकों का आगमन- रिपोर्ट
कोरोना महामारी के कारण पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रतिबंधों और क्वारंटीन नियमों के चलते लोग सैर-सपाटे पर निकलने से बच रहे हैं। इसी बीच सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन (CAPA) ने कहा है कि भारत में विदेशी पर्यटकों का आगमन सामान्य होने में अभी लंबा समय लगेगा और 2023 से पहले यह कोरोना से पूर्व के स्तर तक नहीं पहुंच सकेगा। CAPA ने इसके लिए इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के सर्वे को आधार बनाया है।
IATA के सर्वे में क्या सामने आया था?
IATA ने इसी महीने एक सर्वे किया था, जिसमें सामने आया कि लगभग 80 प्रतिशत यात्री क्वारंटीन नियमों के चलते अभी यात्रा नहीं करना चाहते। बता दें कि कई देशों में महामारी के चलते विदेशों से आने वाले लोगों के लिए क्वारंटीन अनिवार्य है।
2030 तक पर्यटकों की संख्या में 1.8 करोड़ की वृद्धि का अनुमान
CAPA ने कहा कि भारत विदेशी पर्यटकों के आगमन के लिए लंबी दूसरी वाली उड़ानों पर आश्रित हैं। ऐसी उड़ानें बहाल और सामान्य होने में छोटी और मध्यम दूरी की उड़ानों से अधिक समय लगेगा। CAPA ने अनुमान लगाया है कि महामारी काबू में आने के बाद लोग सबसे पहले अपने दोस्तों, परिवारजनों और रिश्तेदारों से मिलने के लिए यात्रा करेंगे और भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में 2030 तक लगभग 1.8 करोड़ का इजाफा होगा।
पाबंदियां लागू होने तक नहीं बढ़ेंगे पर्यटक
इसने आगे अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों से बड़ी संख्या में पर्यटक भारत पहुंचते हैं और इन देशों में महामारी चरम को पार कर चुकी है। साथ ही कई देशों में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है और साल के अंत तक इन देशों की अधिकतर आबादी को वैक्सीन भी लग चुकी होगी। हालांकि, जानकारों का कहना है कि जब तक पाबंदियां लागू रहेंगी, तब तक पर्यटक आना शुरू नहीं होंगे।
सर्वे में और क्या-क्या जानकारी सामने आई
IATA के सर्वे में पता चला है कि 56 प्रतिशत संभावित यात्री अर्थव्यस्था स्थिर होने तक हवाई यात्रा नहीं करेंगे। 66 फीसदी का मानना है कि वैक्सीन लगवा चुके यात्रियों के लिए क्वारंटीन अनिवार्य नहीं होना चाहिए। वहीं 81 प्रतिशत ऐसा मानते हैं कि अगर उन्हें वैक्सीन लग जाती है तो वो हवाई यात्रा शुरू कर सकते हैं। सर्वे में शामिल 84 प्रतिशत लोगों ने कहा कि अगर कहीं क्वारंटीन अनिवार्य होता है तो वो यात्रा नहीं करेंगे।
CAPA की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
CAPA ने रिपोर्ट में कहा कि भले ही कुछ यात्राएं इस साल के अंत तक शुरू हो जाएं, लेकिन महत्वपूर्ण बहाली अगले साल तक अंत तक होने की उम्मीद है। इसके अलावा 2023-24 तक पर्यटकों की संख्या कोरोना से पूर्व के स्तर तक नहीं पहुंच पाएगी। लंबी दूरी की यात्रा कर भारत आने वाले पर्यटकों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की होती है, जिन्हें महामारी से सबसे ज्यादा खतरा है। इससे पर्यटकों की संख्या बहाल होने की गति प्रभावित होगी।
भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी जारी
भारत ने पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद से ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। घरेलू उड़ानों पर लगी पाबंदियों को धीरे-धीरे हटा लिया गया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी अभी तक पूरी तरह हटी नहीं है। सरकार ने 31 मार्च तक इन पर रोक लगा रखी है। हालांकि, विशेष प्रबंध के तहत या कुछ रूटों पर हवाई यात्रा की अनुमति है। इनमें भी कई तरह की सावधानियां बरतनी होती हैं।