क्या महाराष्ट्र के रास्ते जा रही है दिल्ली? फिर से बढ़ने लगे हैं कोरोना के मामले
देश में कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर से वृद्धि होने लगी है और जिन राज्यों में स्थिति बिगड़ रही हैं उनमें देश की राजधानी दिल्ली भी शामिल है। बढ़ते मामलों ने दिल्ली में महाराष्ट्र की तरह संक्रमण की एक और लहर की आशंकाओं को बढ़ा दिया है और इसे काबू में करने के लिए वैक्सीनेशन तेज करना जरूरी हो गया है। चलिए आंकड़ों के जरिए जानते हैं कि दिल्ली में कोरोना महामारी की क्या स्थिति है।
गुरूवार को सामने आए 9 जनवरी के बाद सबसे अधिक मामले
जनवरी-फरवरी में मामलों में गिरावट के बाद दिल्ली में पिछले एक हफ्ते से मामले फिर से बढ़ना शुरू हो गए हैं और गुरूवार को शहर में 409 नए मामले सामने आए जो 9 जनवरी के बाद एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं। इससे पहले यहां बुधवार को 370 और मंगलवार को 320 नए मामले दर्ज किए गए थे। औसत की बात करें तो शहर में पिछले एक हफ्ते में औसत दैनिक मामले 140 प्रतिशत बढ़ गए हैं।
लगातार बढ़ रही टेस्ट पॉजिटिविटी रेट
दिल्ली में हालिया दिनों में दैनिक मामलों के साथ-साथ टेस्ट पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ी है। पिछले सात दिन में शहर की पॉजिटिविटी रेट औसतन 0.50 प्रतिशत रही, जबकि इससे पहले के दो हफ्तों में यह 0.37 प्रतिशत और 0.28 प्रतिशत थी। गुरूवार को शहर की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 0.59 प्रतिशत रही। हालांकि यह पॉजिटिविटी रेट अभी भी बेहद कम है, लेकिन इसमें लगातार वृद्धि आना चिता का विषय है और एक और लहर का संकेत हो सकता है।
एक महीने में लगभग दोगुने हुए सक्रिय मामले
दिल्ली में हालिया समय में सक्रिय मामलों की संख्या में भी वृद्धि आई है और बीते एक महीने में यह लगभग दोगुने हो गए हैं। मध्य फरवरी में जहां दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या 1,000 के आसपास थी, वहीं अभी यह 2,020 है। अकेले गुरूवार को यहां सक्रिय मामलों की संख्या में 102 का इजाफा हुआ। कुल मामलों की बात करें तो दिल्ली में अब तक 6,42,439 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 10,934 मौतें हुई हैं।
किस कारण बढ़ रहे मामले?
विशेषज्ञों ने दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के पीछे कई वजह बताई हैं जिनमे सबसे प्रमुख लोगों का महामारी और नियमों के प्रति लापरवाह होना है। विशेषज्ञों के अनुसार, मामले कम होने पर लोग ऐसे व्यवहार करने लग गए जैसे महामारी खत्म हो गई है और इससे वायरस को पैर पसारते का मौका मिल गया। उनका कहना है कि दिल्ली महाराष्ट्र के रास्ते पर है और कुछ न करने पर यहां स्थिति खराब हो सकती है।
इन तरीकों से पाया जा सकता है संक्रमण पर काबू
कोरोना वायरस के मामलों में आए इस उछाल से निपटने के लिए विशेषज्ञों ने टेस्टिंग बढ़ाने, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने, नियमों के पालन में सख्ती लाने और वैक्सीनेशन बढ़ाने के सुझाव दिए हैं। उनका कहना है कि वैक्सीनेशन को तेज करके इस लहर को थामा जा सकता है। पहले आ चुकी तीन लहरों के कारण दिल्ली की सीरो पॉजिटिविटी 56 प्रतिशत है और इनमें से अधिकांश लोगों के संक्रमण से सुरक्षित होने से भी हर्ड इम्युनिटी में मदद मिल सकती है।