भारत: कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित पांच राज्यों में क्या है स्थिति?
भारत में कोरोना वायरस के मामले 10,000 से अधिक हो गए हैं और मंगलवार सुबह आठ बजे तक संक्रमण के 10,363 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 339 मरीजों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान और मध्य प्रदेश पांच सबसे अधिक प्रभावित राज्य हैं और यहां मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इन राज्यों में अभी क्या हाल है और यहां की सरकारें क्या कर रही हैं, आइए जानते हैं।
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित, संक्रमित लोगों की संख्या 2,000 के पार
महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य है और यहां अब तक संक्रमण के 2,334 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 160 लोगों को वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। राज्य में मुंबई सबसे अधिक प्रभावित इलाका है और केवल सोमवार को ही यहां 242 नए मामले सामने आए। एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी भी मुंबई में है और यहां लगातार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने बनाई वरिष्ठ डॉक्टरों की टास्क फोर्स
लॉकडाउन और अन्य जरूरी कदमों के अलावा महाराष्ट्र सरकार ने नौ वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टास्क फोर्स बनाई है जो राज्य सरकार और स्वास्थ्य कर्मचारियों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। मुंबई में सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
दिल्ली में 1,500 से अधिक मामले, 28 की मौत
देश की राजधानी दिल्ली महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक प्रभावित होने वाला इलाक है। यहां अभी तक कोरोना वायरस के 1,510 मामले सामने आ चुके हैं और 28 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे में शहर में संक्रमण के 356 नए मामले सामने आए हैं और चार लोगों की मौत हुई है। दिल्ली के मामलों में एक बड़ा हिस्सा तबलीगी जमात से संबंधित है और शहर में 47 से अधिक हॉटस्पॉट हैं।
दिल्ली सरकार की 5-T पहल और 'ऑपरेशन SHIELD'
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए आक्रामक रणनीति अपनाई है। सरकार ने 5-T पहल शुरू की है जिसके तहत टेस्टिंग, ट्रैसिंग, ट्रीटमेंट, टीम वर्क और ट्रैकिंग जोर दिया जाएगा। इसके अलावा 'ऑपरेशन SHIELD' भी लॉन्च किया गया है। सरकार ने कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट इलाकों में एक लाख एंटी-बॉडी टेस्ट करने का फैसला किया है ताकि कोरोना वायरस के प्रसार के असली स्तर के बारे में पता चल सके।
तमिलनाडु में भी 1,000 से अधिक मामले
तमिलनाडु भी कोरोना वायरस से बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और यहां अब तक संक्रमण के 1,173 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में 11 लोगों की मौत हुई है। इनमें से ज्यादातर मामले तबलीगी जमात से संबंधित हैं। दिल्ली और महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु एकमात्र ऐसा राज्य है जहां 1,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
राजस्थान में 897 मामले, अपनाया जा रहा भीलवाड़ा मॉडल
राजस्थान कोरोना वायरस से चौथा सबसे प्रभावित राज्य है और यहां अब तक कोरोना वायरस के 897 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में 11 लोगों को कोरोना के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। राज्य का भीलवाड़ी देश में सबसे पहले हॉटस्पॉट इलाकों में शामिल हैं, लेकिन प्रशासन इस पर काबू पाने मे ंकामयाब रहा है और अब इसे भीलवाड़ा मॉडल के नाम से जाना जाता है। पूरे राज्य में सरकार इसी मॉडल को अपना रही है।
मध्य प्रदेश में 615 मामले, इंदौर बना हॉटस्पॉट
पांचवें सबसे अधिक प्रभावित राज्य मध्य प्रदेश में अब तक 615 मामले सामने आ चुके हैं और छह लोगों की जान गई है। इंदौर कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बना हुआ है और यहां अब तक 328 मामले सामने आ चुके हैं। सोमवार को यहां 22 नए मामले सामने आए। इंदौर और अन्य हॉटस्पॉट इलाकों को पूरी तरह सील कर दिया गया है और कोरोना को रोकने के लिए आक्रामक रणनीति अपनाई जा रही है।