किसानों का आज रेल रोको आंदोलन, शाम को सरकार के साथ तीसरे दौर की वार्ता
क्या है खबर?
आज किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का तीसरा दिन है। आज चंडीगढ़ में केंद्र सरकार और किसानों के बीच तीसरे दौर की बातचीत शाम 5 बजे होनी है। इस बातचीत तक के लिए किसानों ने अपने विरोध प्रदर्शन को आज शाम तक के लिए रोक दिया है।
दोनों पक्षों के बीच पिछली बातचीत विफल रही थी, जिसके बाद ही किसानों ने मंगलवार (13 फरवरी) से अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था।
बातचीत
किसान आंदोलन बातचीत तक के लिए रुका
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों के प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे। बातचीत तक किसानों ने कहा कि उनकी तरफ से कोई विरोध नहीं होगा।
न्यूज एजेंसी ANI से किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "आज हमारी मंत्रियों के साथ बैठक है। हम चाहेंगे प्रधानमंत्री मोदी हमसे बातचीत करें ताकि हमारी मांगों के हल हो सके या हमें दिल्ली में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाए।"
रेल रोको
पंजाब में आज किसानों का रेल रोको आंदोलन
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और भाकियू डकौंदा (धनेर) ने पंजाब भर में आज दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक रेल रोकने की योजना बनाई है, जिसने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
हरियाणा पुलिस की कार्रवाई के विरोध में किसानों ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए यह निर्णय लिया है।
दरअसल, हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे थे, जिससे किसानों में नाराजगी है।
विरोध स्थान
रेल रोको विरोध के लिए चुने गए 10 स्थान
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, रेल रोको विरोध के लिए लगभग 10 स्थानों को चुना गया है।
इनमें राजपुरा, सुनाम, बठिंडा में जेठुके गांव, मोगा, मनसा, मलौत, अमृतसर में वल्ला रेलवे क्रॉसिंग, बरनाला, संगरूर, बुढलाडा को रेल रोको विरोध के लिए चुना गया है।
सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा, इससे अमृतसर-जालंधर-दिल्ली लाइन, मनसा-बठिंडा-दिल्ली लाइन, लुधियाना-फिरोजपुर लाइन और कई अन्य स्थान प्रभावित होंगे।
शाम तक और अधिक स्थान जोड़े जाने की संभावना है।
भारत बंद
किसान संगठनों ने 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का किया ऐलान
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने किसान संगठनों से 16 फरवरी को सुबह 6 से शाम 4 बजे तक भारत बंद का आह्वान किया है।
SKM ने सभी समान विचारधार के किसान संगठनों से एकजुट होने और 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद में शामिल होने का आग्रह किया है।
इसके अलावा किसानों ने आज सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक पंजाब भर के टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।
सीमा
किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली और आसपास के इलाकों में सुरक्षा सख्त
किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ की सीमाओं को सील कर दिया गया है।
टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमा क्षेत्रों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 5,000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है और सीमाओं पर बैरिकेड्स, कंक्रीट ब्लॉक, लोहे की कीलें और कंटीले तारों के जरिए रास्ते बंद किए गए हैं।
दिल्ली में 15 मार्च तक धारा 144 लागू है।
दूसरी ओर, किसान अपने साथ 6 महीने का राशन-पानी और डीजल लेकर आए हैं।
मार्ग
क्या है किसानों की मांगे?
किसानों की सबसे बड़ी मांग फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर कानून बनाने की है।
इसके अलावा किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफ करने, पुलिस में दर्ज मामलों को वापस लेने, लखीमपुरी खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय और किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे देने जैसी मांगें भी हैं।
बातचीत
सरकार किसानों को मनाने के लिए कर चुकी है 2 दौर की बातचीत
केंद्र सरकार ने सोमवार को 5 घंटे तक किसानों के साथ एक बैठक में उनकी मांगों पर चर्चा की, लेकिन यह बेनतीजा रही। पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने इसके बाद 'दिल्ली चलो' मार्च की घोषणा की।
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, राजनाथ सिंह और अर्जुन सहित वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों के विरोध प्रदर्शन और उनकी मांगों को लेकर बुधवार को भी बातचीत की, लेकिन तब भी बात नहीं बनी।