लाल किला हिंसा मामले में आरोपी पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू की सड़क दुर्घटना में मौत
लाल किला हिंसा मामले में आरोपी पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू की एक सड़क हादसे में मौत हो गई है। यह हादसा मंगलवार शाम को हरियाणा के सोनीपत में हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली से लौटते समय 37 वर्षीय सिद्धू की कार एक ट्रक से जा भिड़ी, जिसमें उनकी मौत हो गई। सोनीपत पुलिस ने सिद्धू के मौत की पुष्टि की है। पुलिस ने बताया कि जब ये हादसा हुआ, सिद्धू दिल्ली से पंजाब जा रहे थे।
कैसे हुआ हादसा?
रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धू एक महिला के साथ स्कार्पियो गाड़ी में कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे से पंजाब जा रहे थे, तभी उनकी गाड़ी पीपली टोल के पास खड़े एक ट्रक से जा टकराई। इस हादसे में सिद्धू की मौत हो गई, वहीं गाड़ी में सवार महिला को काफी चोट आई है। हालांकि, महिला अब खतरे से बाहर हैं। सिद्धू के शव को खरखौदा के अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है।
इस गाड़ी में थे सिद्धू
पंजाब के मुख्यमंत्री ने जताया दुख
सिद्धू के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मशहूर अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता दीप सिद्धू के निधन की खबर सुनकर बेहद दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं परिवार और फैंस के साथ हैं।'
कौन थे दीप सिद्धू?
कुछ सालों तक वकालत कर चुके दीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों में अभिनय करते रहे हैं। इसके अलावा वो राजनीतिक तौर पर भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने 2019 लोकसभा चुनावों में पंजाब के गुरदासपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार सनी देओल का प्रचार किया था, जो जीतकर सांसद बने। सिद्धू की प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के साथ तस्वीरें हैं। किसान आंदोलन के समय भी सिद्धू काफी सक्रिय रहे थे।
ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा मामले में गिरफ्तार हुए थे सिद्धू
पिछले साल गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में आरोपी बनाए गए सिद्धू को 9 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था। दिल्ली पुलिस ने सिद्धू को लाल किले में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड बताया था और उनके खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। दिल्ली की एक कोर्ट ने अप्रैल में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था।
क्या है लाल किले पर हिंसा का पूरा मामला?
26 जनवरी, 2021 को तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ बुलाई गई ट्रैक्टर परेड के दौरान किसानों के एक धड़े ने हिंसा की और सैकड़ों किसान लाल किले में घुस गए। इन किसानों ने लाल किले के अंदर जमकर हंगामा किया और निशाना साहिब फहरा दिया था। सिद्धू पर किसानों को लाल किले में घुसने के लिए उकसाने का आरोप लगा। किसान संगठनों ने भी सिद्धू पर हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया था।