सेना प्रमुख का बयान, कहा- चीन के साथ सीमा पर पूरी तरह नियंत्रण में है स्थिति
भारत और चीन की सेनाओं के बीच सीमा पर चल रहे विवाद को लेकर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सीमा पर चीन के साथ स्थिति नियंत्रण में है और दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच लगातार बातचीत चल रही है। जल्द ही सीमा पर हालात सामान्य हो जाएंगे। बता दें कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच पिछले एक माह से भी अधिक समय से विवाद चल रहा है।
बातचीत के काफी हद तक कम हुआ गतिरोध- सेना प्रमुख
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार सेना प्रमुख ने कहा, "चीन के साथ हमारी बातचीत की एक श्रृंखला चल रही है, जिसकी शुरुआत कोर कमांडर स्तर की वार्ता से हुई है और स्थानीय स्तर पर कमांडर रैंक के अधिकारियों के बीच भी बातचीत जारी है। इससे काफी हद तक गतिरोध कम हुआ है।" उन्होंने कहा, "हम आशान्वित हैं कि बातचीत के जरिए हमारे (भारत और चीन) बीच सभी कथित मतभेदों को आसानी से सुलझा लिया जाएगा। सब कुछ नियंत्रण में है।"
नेपाल के साथ बेहतर बने रहेंगे भारत के संबंध- सेना प्रमुख
नेपाल के साथ चल रहे मानचित्र विवाद पर सेना प्रमुख ने कहा, "हमारे नेपाल के साथ बहुत मजबूत संबंध हैं। हमारे भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक जुड़ाव हैं। उनके साथ हमारे संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं और भविष्य में भी मजबूत बने रहेंगे।" बता दें कि गत दिनों नेपाल ने लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को अपने क्षेत्र में दिखाते हुए एक राजनीतिक मानचित्र जारी किया, जिस पर भारत ने सख्त लहजे में उसे 'कृत्रिम विस्तार' से बचने की सलाह दी थी।
पाकिस्तान से संबंध पर कही यह बात
सेना प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और हमारे पश्चिमी पड़ोसी के हालत पर देश ने बहुत सी सफलताएं हासिल की हैं। पिछले 10-15 दिनों में 15 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। यह सब सुरक्षा बलों के आपसी समन्वय से संभव हुआ है।
पांच मई से भारत-चीन की सेनाओं के बीच हो रहा है टकराव
पांच मई को पैंगोंग झील क्षेत्र में भारत-चीन के जवानों के बीच हुई झड़पों के बाद से दोनों सेनाओं के बीच तनाव बड़ा हुआ है। चीनी सैनिकों द्वारा झील में मोटरबोट से गश्त करने और हेलीकॉप्टरों से घुसपैठ करने की भी खबरें आईं थी। इसके बाद सैन्य कमांडरों के बीच वार्ता का दौर शुरू हुआ था। पहली वार्ता गत 6 जून को लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और तिब्बत मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर मेजर जनरल लुइ लिन के बीच हुई थी।
पहली वार्ता के बाद पीछे हट गए थे सैनिक
दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच वार्ता के पहले दौर के बाद पूर्वी लद्दाख के कुछ हिस्सों में गतिरोध कम होनो शुरू हो गया था। पहले चीनी सेना के जवान पीछे हटे और उसके बाद भारतीय सैनिक भी पीछे हट गए थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कही थी बातचीत हल निकालने की बात
गत सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि सीमा पर चल रहे विवाद को दोनों देशों को बातचीत से हल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह चीन के साथ दशकों से चल रहे विवाद को बातचीत के जरिए जल्द से जल्द खत्म करना चाहते हैं। इसी तरह चीनी विदेश मंत्रालय ने भी कहा था कि दोनों देश एक्चुअल लाइन ऑफ कंट्रोल (LAC) पर शांति बनाने और बातचीत से विवाद का हल निकालने के लिए तैयार हैं।