लोकसभा में अपने पहले भाषण में राहुल ने उठाया किसानों का मुद्दा, राजनाथ ने दिया जवाब
नए लोकसभा सत्र में अपने पहले भाषण में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देश में किसानों की दयनीय स्थिति पर सवाल खड़े किए। अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में एक किसान की आत्महत्या की पृष्ठभूमि में दिए गए अपने भाषण में उन्होंने देश में किसानों की स्थिति को "भयानक" बताया। राहुल के इन आरोपों के जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने दशकों तक सरकार चलाई, वो इसके लिए जिम्मेदार हैं।
किसानों के मुद्दे पर लोकसभा में बोले राहुल
शून्यकाल में राहुल ने रखा मुद्दा
शून्यकाल में राहुल ने अपने भाषण में कहा, "मैं सरकार का ध्यान केरल में किसानों की भयानक दुर्दशा की तरफ खींचना चाहता हूं। सदन को ये सूचित करते हुए मुझे दर्द हो रहा है कि कल ही वायनाड में कर्ज की वजह से एक किसान ने आत्महत्या कर ली।" बता दें कल बैंक से कर्ज वापसी का नोट मिलने के बाद वायनाड में एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी। ऐसे 8000 किसानों को ये नोटिस भेजा गया है।
राहुल ने कहा, किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार
राहुल ने केंद्र सरकार पर किसानों की मदद न करने और अमीर कारोबारियों को रियायतें देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "ये शर्मनाक दोहरे मापदंड क्यों? सरकार ऐसे क्यों व्यवहार करती है जैसे हमारे किसान अमीरों से छोटे हैं।" उन्होंने दावा किया कि पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार ने 5.5 लाख करोड़ रुपये बड़े उद्योगपतियों के माफ किए, लेकिन किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। राहुल कारोबारियों की कर्ज माफी का मुद्दा पहले भी उठाते रहे हैं।
'किसानों से किए वादों को पूरा करे सरकार'
राहुल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह भारतीय रिजर्व बैंक को केरल में बैंकों द्वारा किसानों को भेजे गए ऋण वापसी के नोटिसों पर रोक लगाने को कहे। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि बजट में सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं उठाए। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 साल पहले किसानों से वादे किए थे, अब सरकार को उन वादों को पूरा करना चाहिए।
राहुल का जवाब, स्थिति के लिए पुरानी सरकारें जिम्मेदार
जवाब में राजनाथ सिंह ने कहा कि किसानों की जो हालत है वो पिछले कुछ साल में नहीं हुई और इस हालत के लिए लंबे समय तक सरकारों में रहने वाले लोग जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की खुदकुशी के सबसे ज्यादा मामले कांग्रेस के राज में सामने आए और मोदी सरकार के आने के बाद स्थिति में सुधार हुआ है। राजनाथ ने दावा किया कि किसान मान धन योजना से किसानों की आय में 20-25 वृद्धि हुई है।