ED का हुर्रियत नेता काजी यासिर के घर पर छापा, आतंकियों की फंडिंग करने का आरोप
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने गुरुवार को हुर्रियत नेता काजी यासिर और जम्मू-कश्मीर साल्वेशन मूवमेंट के अध्यक्ष जफर भट के घरों समेत अन्य कुछ स्थानों पर छापा मारा। ED ने कश्मीरी छात्रों को पाकिस्तान में MBBS की सीटें बेचने से जुड़े एक मामले में यह कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने आज सुबह अनंतनाग के काजी मोहल्ला स्थित यासिर के घर और बाग-ए-मेहताब इलाके में स्थित भट के घर पर छापेमारी की और ये कार्रवाई अभी जारी है।
क्या है मामला?
27 जुलाई, 2020 को राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने यह केस दर्ज किया था। इसमें शिकायत की गई थी कि कुछ हुर्रियत नेता और अन्य लोग जम्मू-कश्मीर काउंसलिंग केंद्र की मिलीभगत से पाकिस्तान के कॉलेजों की MBBS और अन्य पाठ्यक्रमों की सीटें बेच रहे हैं। इस मामले में काजी यासिर, जफर भट, फातिमा शाह, मोहम्मद अब्दुल्ला शाह, सबजार अहमद शेख, मोहम्मद इकबाल और पाकिस्तान निवासी अल्ताफ अहमद भट और मंजूर अहमद शाह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
SIA को जांच में मिले अहम सबूत
इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच एजेंसी ने पिछले साल अगस्त में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। SIA अधिकारियों ने अदालत से तलाशी वारंट हासिल करने के बाद आरोपियों के घरों और अन्य जगहों की तलाशी ली। टीम को तलाशी में मिले दस्तावेजों की जांच से पता चला कि पाकिस्तान से इन आरोपियों के खातों में MBBS सहित विभिन्न तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश देने के लिए पैसे जमा किए गए थे।
आतंकी गतिविधियों में हो रहा है पैसों का इस्तेमाल- जांच अधिकारी
अधिकारियों के मुताबिक, जांच में कई ऐसे सबूत मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि छात्रों के माता-पिता से इस तरह के प्रवेश के बदले आरोपियों को बड़ी रकम प्राप्त हुई और इस रकम को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन करने के लिए लगाया गया। पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि हुर्रियत नेताओं की पैरवी पर जम्मू-कश्मीर के उन छात्रों को पाकिस्तान में दाखिला दिया था, जो मारे गए आतंकवादियों के परिवार के सदस्य या रिश्तेदार थे।
जेल में बंद है काजी यासिर
हुर्रियत नेता काजी यासिर 2018 से जेल में बंद हैं। एक महिला के साथ अश्लील हरकत करते हुए एक कथित वीडियो सामने आने के बाद उन्हें 2018 में मीरवाइज के पद से निलंबित कर दिया गया था। इस मामले की जांच कश्मीर घाटी के सामाजिक राजनीतिक, कानूनी और धार्मिक कार्यकर्ताओं के एक निकाय द्वारा की जा रही है। पिछले महीने अनंतनाग जिला प्रशासन ने यासिर के एक अवैध शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को भी ध्वस्त कर दिया था।