दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब', पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से बिगड़ सकते हैं हालात
दिल्ली में वायु गुणवत्ता शनिवार को ''बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गई और इसके अगले कुछ दिनों में और खराब होने की आशंका है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह 9:00 बजे 303 अंक दर्ज किया गया, जबकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में भी हालात खराब हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने दिल्ली से सटे कई इलाकों में AQI 300 अंक से ऊपर दर्ज किया।
हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी AQI 300 के पार
शनिवार सुबह हरियाणा में गुरुग्राम में AQI 213 अंक और फरीदाबाद के सेक्टर 11 में AQI 304 अंक दर्ज किया गया। इसी तरह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में AQI 377 अंक और नोएडा में AQI 334 अंक दर्ज हुआ है। CPCB अनुसार, AQI 0-50 के बीच 'अच्छा', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101-200 के बीच 'मध्यम', 201-300 के बीच 'खराब', 301-400 के बीच ' बेहद खराब' और 401-500 के बीच 'अति गंभीर' माना जाता है।
दिल्ली से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ीं
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने शुक्रवार को अपने एक बुलेटिन में कहा कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसके कारण वायु प्रदूषण बढ़ने की आशंका है। मंत्रालय ने कहा कि अगले 6 दिनों तक दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' से 'खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है। गौरतलब है कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता मई के बाद पहली बार पिछले रविवार को 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गई थी।
दिल्ली सरकार ने हॉस्टस्पॉट की पहचान की
दिल्ली सरकार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की सिफारिश के बाद गुरुवार को वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए एक अभियान शुरू किया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में मौजूदा 13 वायु प्रदूषण हॉटस्पॉट के अलावा 8 और वायु प्रदूषण के हॉटस्पॉट की पहचान की है। उन्होंने कहा कि इन प्रदूषण स्रोतों की जांच के लिए वहां विशेष टीमें तैनात की जाएंगी।
दिल्ली-NCR में GRAP का दूसरा चरण लागू
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए CAQM ने सरकार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू करने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके तहत दिल्ली-NCR में 15 सूत्रीय कार्य योजना लागू है। दरअसल, दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता के आधार पर GRAP लागू है, जो 4 चरणों में वर्गीकृत है। पहला चरण- 'खराब' (AQI 201-300), दूसरा चरण- 'बेहद खराब' (AQI 301-400), तीसरा चरण- 'गंभीर' (AQI 401-450) और चौथा चरण- 'अत्यधिक गंभीर' (AQI 450 से ज्यादा)।
न्यूजबाइट्स प्लस
दिल्ली-NCR में पराली जलाने के कारण हर साल सर्दियों के दौरान हवा की गुणवत्ता खराब हो जाती है, लेकिन दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या मुख्य रूप से परिवहन और औद्योगिक क्षेत्र से कॉर्बन उत्सर्जन के कारण होती है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा किए गए एक विश्लेषण के अनुसार, राजधानी में 1 नवंबर से 15 नवंबर तक प्रदूषण चरम पर होता है, जब पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि होती है।