
दिल्ली की हवा और बिगड़ने से वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंची
क्या है खबर?
दशहरे के बाद से दिल्ली की हवा का बिगड़ने का क्रम जारी है। मंगलवार को यहां की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई, जिसके सुधरने की उम्मीद कम है।
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार, मंगलवार सुबह 9 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है।
माना जा रहा है कि दिल्ली में 22-24 अक्टूबर तक वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' रहेगी।
हवा
इन इलाकों में स्थिति खराब
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दिल्ली में देश की सबसे खराब AQI दर्ज की गई है। यह हरियाणा के जींद के बाद दूसरा प्रदूषित शहर है। जींद में AQI 322 दर्ज की गई है।
दिल्ली के मुंडका, बवाना, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, आनंद विहार, अलीपुर, अशोक विहार, आया नगर, बुराड़ी, द्वारका, मंदिर मार्ग समेत कई इलाकों में AQI का स्तर 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गया है।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि वायु गुणवत्ता में अभी और गिरावट दिखेगी।
पाबंदियां
GRAP-2 के तहत पाबंदियां लागू
दिल्ली में रविवार को AQI 270 था, जो 'खराब' श्रेणी में आता है, लेकिन रविवार को यह 310 पहुंच गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है।
वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण के तहत 11 सूत्रीय पाबंदियों को लागू कर दिया गया है।
दिल्ली में पहले से ही GRAP के तहत पहले चरण की पाबंदियां लागू थीं। पाबंदियां बढ़ने से अब लोगों की मुश्किलें बढ़ेंगी।
पाबंदी
क्या-क्या लागू होगी पाबंदी
GRAP के दूसरे चरण में दिल्ली-NCR में कोयले और जलाऊ लकड़ी के साथ डीजल जनरेटर के उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा।
चिन्हित सड़कों पर यांत्रिक सफाई और पानी का छिड़काव रोजाना होगा। निर्माण और विध्वंस स्थलों पर धूल नियंत्रण उपाय लागू होंगे।
भीड़भाड़ वाले स्थानों पर यातायात कर्मी रहेंगे और वाहन पार्किंग शुल्क बढ़ेगा अतिरिक्त बस और मेट्रो सेवाएं शुरू होंगी। खुले में कूड़ा जलाने पर रोक रहेगी।
बता दें, दिल्ली में GRAP का पहला चरण 15 अक्टूबर से लागू है।
जानिए
क्या है GRAP?
दिल्ली और आसपास में जब AQI 200 के पार जाता है, तब GRAP लागू किया जाता है। यह 4 चरणों में लागू किया जाता है।
इसके तहत सर्दियों में प्रदूषण कम करने के लिए धूल को कम करना, प्रतिबंध लगाना, कचरा निस्तारण, सड़कों की साफ-सफाई से प्रदूषण को कम किया जाता है।
0-50 AQI को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 200-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' तथा 401-500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है।