वायु प्रदूषण: दिल्ली में नहीं सुधर रहे हालात, आसमान में जहरीली धुंध कायम; STF का गठन
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को भी 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है और धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 419 है। यहां सुबह के शुरुआती घंटों में दृश्यता गिरकर 200 मीटर हो गई और बाद में थोड़ा सुधार होकर 700 मीटर हुई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने कहा कि बुधवार को AQI की गणना करने में त्रुटि हुई और संशोधित AQI 398 था, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में था।
दिल्ली के किन इलाकों में गंभीर स्थिति?
CPCB के आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार, आरके पुरम, IGI हवाई अड्डे और द्वारका जैसी जगहों पर सुबह 5 बजे AQI का आंकड़ा 400 के पार था। CPCB के अनुसार, सबह 5 बजे आनंद विहार में 447, बवाना में 459, अलीपुर में 414, बुराड़ी में 422, जहांगीरपुरी में 462, रोहिणी में 545 और शादीपुर में 407 AQI दर्ज किया गया। इन इलाकों में PM2.5 प्रमुख प्रदूषक तत्व बना हुआ है।
दिल्ली के आसपास के शहरों में कैसी है स्थिति?
दिल्ली के पड़ोसी शहर नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए थोड़ी राहत की बात यह रही कि हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में आ गई है। हालांकि, यह अभी भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। CPCB के आंकड़ों के अनुसार, नोएडा सेक्टर 125 में AQI 352 दर्ज किया गया, जबकि ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-III में AQI 314 रहा। हरियाणा के गुरुग्राम के सेक्टर 51 में सुबह 5 बजे 444 AQI दर्ज किया गया।
बीते कुछ दिनों से दिल्ली और आसपास के शहरों में स्थिति चिंताजनक
बता दें कि दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI प्रतिदिन दिन शाम 4 बजे दर्ज किया जाता है। यह गुरुवार को 419, बुधवार को यह 401, मंगलवार को 397, सोमवार को 358, रविवार को 218, शनिवार को 220 और पिछले शुक्रवार को 279 था। दिल्ली के पड़ोसी शहर गाजियाबाद में गुरुवार को AQI 376, गुरुग्राम में 363, ग्रेटर नोएडा में 340, नोएडा में 355 और फरीदाबाद में 424 दर्ज किया गया। ये 'बेहद खराब' और 'गंभीर' श्रेणी में हैं।
प्रदूषण की निगरानी के लिए STF का गठन, स्मॉग टावरों की संख्या बढ़ाने की मांग
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने नियमों को लागू करने और प्रदूषण की निगरानी में सहायता के लिए एक विशेष कार्य बल (STF) का गठन किया है। 6 सदस्यीय STF विभिन्न विभागों के साथ समन्वय करने और खराब AQI से निपटने के लिए रिपोर्ट एकत्रित करने जैसे कार्य करेगी। इसके अलावा दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (NGT) से कहा कि दिल्ली में 40,000 स्मॉग टावरों की आवश्यकता है।
दिल्ली सरकार बसों पर प्रतिबंध लगाने पर कर रही विचार
बता दें कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए चुनिंदा बसों के दिल्ली में प्रवेश पर पूर्ण नियंत्रण लगा सकती है। इसके अलावा दिल्ली में कृत्रिम बारिश के लिए क्लाउड सीडिंग की तारीखों का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा क्योंकि 20-21 नवंबर को आसमान में बादल की संभावना काफी कम है। यहां ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण अगले आदेश तक लागू रहेगा। फिलहाल ट्रकों के शहर में प्रवेश पर रोक है।
दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ अब तक क्या-क्या कदम उठाए गए?
दिल्ली में राजमार्ग, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, बिजली ट्रांसमिशन लाइन और पाइपलाइन बिछाने जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं से जुड़े गैर-आवश्यक निर्माणों और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर पहले से ही रोक है। दिल्ली में 12वीं तक के स्कूल 9 नवंबर से 18 नवंबर तक बंद किये जा चुके हैं। यहां कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध जैसी पुराने चरणों की पाबंदियां भी लागू रहेंगी। यदि प्रदूषण का स्तर कम नही होता तो जल्द ही दिल्ली सरकार ऑड-ईवन योजना भी लागू कर सकती है।