दिल्ली, मुंबई और कोलकाता दुनिया के शीर्ष प्रदूषित शहरों में शामिल, सांस लेना हुआ मुश्किल
दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। पूरे शहर में 'जहरीली धुंध' छाई हुई है, जिसके कारण लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। इस बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की स्थिति लेकर दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची जारी हुई है, जिसमें दिल्ली, कोलकाता और मुंबई शीर्ष 5 शहरों में शामिल हैं। वायु प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने 10 नवंबर तक सभी प्राइमरी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं।
दिल्ली वायु प्रदूषण में दुनिया का शीर्ष शहर, दूसरे स्थान पर लाहौर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्विस ग्रुप IQAir ने दुनिया में 10 प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता को लेकर आंकड़े जारी किए हैं। इसके अनुसार, रविवार सुबह 7:30 बजे दिल्ली 483 AQI अंक से साथ अभी भी सबसे प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर है, जबकि लाहौर 371 AQI अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहा। इसके बाद कोलकाता और मुंबई भी क्रमशः 206 और 162 AQI अंक के साथ वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित 5 शहरों में शामिल हैं।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में क्या है स्थिति?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने आज सुबह 6:00 बजे तक दिल्ली और आसपास के अधिकांश इलाकों में AQI 450 अंक से ऊपर दर्ज किया है। CPCB के अनुसार, द्वारका सेक्टर-8 में 464, ITO 410, लोधी रोड में 426, ग्रेटर नोएडा में 476 और फरीदाबाद में 456 AQI दर्ज किया गया। इसके अलावा नोएडा में 433, हरियाणा के गुरुग्राम में 435, सिरसा में 432, कैथल में 455, फतेहबाद में 454 और हिसार में 447 AQI अंक तक पहुंच गया है।
दिल्ली में 10 नवंबर तक सभी प्राथमिक स्कूल रहेंगे बंद
इस बीच दिल्ली सरकार ने गंभीर वायु प्रदूषण के कारण सभी प्राथमिक स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले सरकार ने स्कूलों को पिछले 2 दिन बंद रखने का आदेश दिया था। बता दें कि 0-50 के बीच AQI 'अच्छा', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101-200 के बीच 'मध्यम', 201-300 के बीच 'खराब', 301-400 के बीच ' बेहद खराब', 401-500 के बीच 'गंभीर' और इससे ऊपर बेहद खतरनाक होता है।
दिल्ली में GRAP के तीसरे चरण की पाबंदियां लागू
हाल में वायु गुणवत्ता के आधार पर दिल्ली में GRAP के 4 चरणों में से अभी दूसरा चरण लागू था, लेकिन शुक्रवार से AQI के 401 से 500 रहने पर अब तीसरा चरण लागू हो गया है। इसके तहत दिल्ली में कमर्शियल वाहनों और ट्रकों के प्रवेश और गैर-आवश्यक निर्माण कार्य और तोड़फोड़ पर रोक लगाई गई है। अब BS-3 और BS-4 डीजल वाहन भी दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इससे 3 लाख से अधिक वाहनों पर असर पड़ेगा।
क्रिकेट विश्व कप के मैचों पर भी मंडरा रहा संकट
भारत इस साल क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। खतरनाक वायु प्रदूषण के स्तर को बढ़ने से रोकने के लिए आयोजकों ने पहले ही मुंबई और दिल्ली में मैचों के दौरान आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। सोमवार को बांग्लादेश का दिल्ली में श्रीलंका से मैच होना है, लेकिन शहर में वायु प्रदूषण के मद्देनजर शुक्रवार को बांग्लादेश ने अपने निर्धारित प्रशिक्षण सत्र रद्द कर दिया गया। टीम ने चिकित्सों की सलाह पर ये निर्णय लिया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के पीछे आसपास के राज्यों में पराली जलाना भी मुख्य कारण है। इस साल दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में 82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। हाल में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर पराली जलाने पर नियंत्रण के लिए कार्रवाई का आग्रह किया था।