
भाजपा नेता का बेटा छाप रहा था NCERT की नकली किताबें, 35 करोड़ का माल जब्त
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश STF ने NCERT की नकली किताबें छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है।
STF ने शुक्रवार शाम को मेरठ पुलिस के सहयोग से गगोल रोड स्थित एक गोदाम पर छोपेमारी करते हुए 35 करोड़ रुपये लागत की NCERT की नकली किताबों को जब्त कर छह प्रिंटिंग मशीनों को सीज कर दिया।
इस गिरोह का मास्टरमाइंड भाजपा नेता संजीव गुप्ता का बेटा सचिन गुप्ता है और उसके लिखाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
शुरुआत
मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना पर हुई कार्रवाई
STF के DSP ब्रजेश कुमार ने बताया कि यह किताबें जब आर्मी स्कूल तक पहुंची तो गुपचुप तरीके से इसकी जांच की गई थी। जांच में सामने आया कि किताबें मेरठ के परतापुर इलाके में छापी जा रही हैं।
सिविल पुलिस का मामला होने पर मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) ने STF को इसकी जानकारी दे दी।
इसके बाद शुक्रवार को STF ने मेरठ पुलिस के सहयोग से गोदाम पर छापा मारकर करीब 1.5 लाख नकली किताबें जब्त कर ली।
गिरफ्तारी
मामले में 12 लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार
न्यूज 18 के अनुसार DSP ने बताया कि अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि गोदाम और मोहकमपुर की प्रिंटिंग प्रेस का मालिक सचिन गुप्ता है और वह भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता का बेटा है।
छापेमारी के बाद उससे फोन पर बात हुई थी और उसने दस्तावेज लाने को कहा था। उसके बाद वह फरार हो गया और अपना फोन बंद कर लिया। उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है।
मामला दर्ज
उप निरीक्षक ने दर्ज कराया मामला
DSP ने बताया कि STF के उप निरीक्षक संजय सोलंकी ने प्लांट सुपरवाइजर और मालिक सचिन गुप्ता सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ परतापुर थाने में भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है। सचिन की तलाश जारी है।
उन्होंने बताया कि भाजपा नेता संजीव गुप्ता ने शुक्रवार को मामले में बात करने के लिए पुलिस अधीक्षक को भी फोन किया था, लेकिन उनके व्यस्त होने के कारण उसकी बात नहीं हो सकी।
सप्लाई
कई राज्यों में होती है किताबों की सप्लाई
पूछताछ में सामने आया है कि किताबें प्रकाशित कर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों में सप्लाई की जाती थी।
अधिकांश किताबें 9वीं से 12वीं तक की फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स की हैं। इस फैक्ट्री में NCERT व अन्य की करीब 364 तरह की नकली किताबें छापी जाती थी।
उन्होंने बताया कि सचिन गुप्ता पूर्व में उत्तर प्रदेश बोर्ड की भी नकली किताबें छाप चुका है। उसकी भी जांच जारी है।
बयान
सपा प्रमुख ने साधा भाजपा पर निशाना
मामले में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'शिक्षा नीति में बदलाव करने वाली भाजपा को सबसे पहले अपने नेताओं को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाना चाहिए, जो धोखाधड़ी में शामिल हैं। फर्जी ईमानदारी में लिप्त लोगों की सच्चाई अब सामने आई है।'
विक्रय
खुदरा विक्रेताओं को 30 प्रतिशत कमीशन पर दी जाती थी किताबें
DSP ने बताया कि NCERT की सरकारी किताबें फुटकर विक्रेताओं को 15 प्रतिशत कमीशन पर मिलती हैं। इनका छपाई केंद्र दिल्ली के अलावा और कहीं नहीं है।
असली किताबें पाने के लिए फुटकर विक्रेताओं को पूरी राशि अग्रिम जमा करनी पड़ती है। जबकि NCERT की नकली किताबें विक्रेताओं को 30 प्रतिशत कमीशन पर मिल जाती हैं। इसमें अग्रिम भुगतान भी नहीं देना होता है। ऐसे में गिरोह में थोक और खुदरा विक्रेता भी मिले होते हैं।