CBSE के बाद अब CISCE ने भी स्थगित की ICSE और ISC की परीक्षा
कोरोनो वायरस प्रकोप को देखेते हुए काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने 31 मार्च, 2020 को समाप्त होने वाली ICSE यानी 10वीं और ISC यानी 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। CISCE ने एक प्रेस रिलीज जारी करके इसकी सूचना दी है। छात्रों और शिक्षण समुदाय की भलाई के लिए 19-31, मार्च 2020 के बीच होने वाली सभी ICSE और ISC परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला लिया है। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
अब कब होगी परीक्षा
ICSE परीक्षाएं 30 मार्च, 2020 तक समाप्त होने वाली थीं। वहीं ISC की परीक्षाएं 31 मार्च, 2020 को समाप्त होने वाली थी। काउंसिल की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि काउंसिल ने स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करने के बाद संशोधित तारीखों की करेगा, तब तक परीक्षाएं टाल दी गईं हैं। परीक्षाओं की नई तिथि की जानकारी और अन्य सभी जानकारी के लिए छात्रों को लगतार कांउसिल की आधिकारिक वेबसाइट www.cisce.org देखते रहना चाहिए।
मंत्रालय ने राज्य सरकारों से भी किया अनुरोध
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राज्य सरकारों से 10वीं और 12वीं की राज्य बोर्ड परीक्षाओं को फिर से कराने का अनुरोध किया है। मंत्रालय का आदेश है कि भारत में COVID-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए ये फैसला लिया जाए।
CBSE के साथ-साथ ये परीक्षाएं भी हुई स्थगित
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 19-31 मार्च, 2020 तक होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। इसमें पूर्वोत्तर दिल्ली में दंगों के कारण स्थगित की गईं परीक्षाएं भी शामिल हैं। CBSE स्थिति को देखते हुए महीने के अंत तक संशोधित परीक्षा तिथि जारी करेगा। इसके साथ ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अप्रैल में होने वाली JEE मेन समेत सभी परीक्षाओं को भी टाल दिया है।
यहां से देखें नोटिस
स्थगित परीक्षा की जानाकरी के लिए CISCE द्वारा जारी आधिकारिक नोटिस देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं या हमारे द्वारा दिया गया लिंक पर क्लिक करके भी आधिकारिक नोटिस देख सकते हैं। आधिकारिक नोटिस देखने के लिए यहां क्लिक करें।
चीन से हुई इसकी शुरूआत, अब तक इतने लोग हो चुके संक्रमित
चीन से वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस (COVID-19) पूरी दुनिया में फेल चुका है। अभी तक पूरी दुनिया में 166 देशों में इस वायरस के दो लाख से भी अधिक मामले सामने आ चुके हैं और आठ हजार से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा मामले चीन, इटली, ईरान, स्पेन और कोरिया गणराज्य से हैं। भारत में अब तक 170 मामले सामने आ चुके हैं और तीन लोगों की मौते हो चुकी हैै।