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भारत का ऐसा रहस्यमयी किला, जहां से अचानक गायब हो गई थी पूरी बारात

भारत का ऐसा रहस्यमयी किला, जहां से अचानक गायब हो गई थी पूरी बारात

लेखन अंजली
Mar 15, 2020
09:55 pm

क्या है खबर?

प्राचीन किले हमेशा से ही रहस्यमयी और जिज्ञासा का विषय रहे हैं। दुनिया में ऐसे कई किले हैं, जो इतने रहस्यमयी हैं कि उनके बारे में ठीक से कोई भी नहीं जानता। एक ऐसा ही किला भारत में भी मौजूद है, जिसकी विशेषता ही इतनी डरावनी है कि अनेक लोग सुनकर ही वहां जाने से डरते हैं, क्योंकि वहां से एक पूरी बारात अचानक गायब हो गई थी। आइए इस किले के बारे में विस्तार से जानें।

जानकारी

भारत के सबसे रहस्यमयी किलों में से एक

इस रहस्यमयी किले का नाम गढ़कुण्डार है, जो मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में स्थित है। इस रहस्यमयी और डरावने किले में पांच मंजिला इमारतें बनी हुई है, जिसमें से तीन मंजिल ऊपर और दो मंजिल जमीन के अंदर हैं। मगर, इस बात की पुष्टि आज तक नहीं हुई है कि इसका निर्माण कब और किसने करवाया है, फिर भी इस किले को 1,500 से 2,000 साल पुराना माना जाता है।

बनावट

बड़ी ही विचित्र है इस किले की बनावट

जानकारी के अनुसार, यहां बुंदेलों एवं खंगार जैसे अनेक शासकों ने शासन किया था। यह किला सुरक्षा की नज़र से तैयार करवाया गया एक बेजोड़ नमूना है, जो लोगों को शंकित कर देता है। इस गढ़ का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि चार-पांच किलोमीटर दूर से तो यह नज़र आता है, लेकिन जैसे ही इसके पास जाते रहते हैं, यह दिखना बंद हो जाता है। इसी वजह से इसकी गिनती भारत के सबसे रहस्यमयी किलों में होती है।

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कहानियों

एक पूरी बारात हुई है इस किले से अचानक गायब

कुछ कहानियों में से एक के अनुसार, यहां काफी समय पहले पास के ही गांव से एक बारात भ्रमण हेतु आई थी। भ्रमण करते-करते बारात बेसमेंट में चली गई, जिसके तत्पश्चात बारात के सभी लोग रहस्यमयी तरीके से अचानक अदृश्य हो गए और उनका आज तक कुछ पता नहीं चल सका। इस घटना के बाद तरह-तरह की कई और घटनाएं सामने आई थी, जिसके बाद से किले के नीचे जाने वाले सभी दरवाजों को बंद कर दिए गए।

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खजाना

यहां अनेक लोगों ने की खजाने की तलाश

गढ़ के भीतर बेहद ही अंधेरा है, जिस वजह से दिन में भी ये काफी डरावना लगता है। कहा जाता है कि इस किले में एक खजाने का रहस्य भी छुपा हुआ है, जिसे खोजने के चक्कर में अनेक लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं। इतिहासकारों का कहना है कि यहां के राजा-महाराजाओं के पास सोने-चांदी और हीरे के ज्वाहरातों की कोई कमी नहीं थी, लेकिन खजाने की तलाश में आए कई लोग इन्हें ढूंढने में नाकाम रहे।

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