EV खरीदने से पहले जानिए किस शहर में चार्जिंग पर कितना आएगा खर्च
पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ती कीमतों से परेशान होकर अगर आप भी कोई इलेक्ट्रिक वाहन (EV) खरीदने की योजना बना रहे हैं तो एक बार इनके चार्जिंग के बारे में जान लें। बिजली के लिए हर राज्य में अपना नियम है और इस वजह से चार्जिंग पर आने वाला खर्च भी भिन्न हो सकता है। आज हम आपके लिए मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु में EV के चार्ज पर आने वाले खर्च के बारे में जानकारी लेकर आये हैं।
क्या आपको पता है?
EV में दो तरह के चार्जर होते हैं। एक फास्ट चार्जर जो किसी गाड़ी को 60 से 110 मिनट में चार्ज करता है और दूसरा धीमा चार्जर, जो 6 से 7 घंटे के बीच का समय लेता है।
मुंबई में कितना आएगा खर्च?
अगर आप मुंबई में इलेक्ट्रिक कार चार्ज करते हैं तो आपको बिजली के लिए 15 रुपये प्रति यूनिट देने पड़ेंगे। यह जानकारी बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक इलेक्ट्रिक कार को फुल चार्ज करने में 20-30 यूनिट बिजली की खपत होती है। इस हिसाब से अगर मुंबई में अपनी इलेक्ट्रिक कार को फुल चार्ज कराते हैं तो 200-400 रुपये तक का खर्च आएगा। ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर मात्र 3 यूनिट बिजली में चार्ज हो जाता है।
दिल्ली में चार्जिंग का खर्च
दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों की लो टेंशन चार्जिंग के लिए 4.5 रुपये प्रति यूनिट और हाई टेंशन वाले इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 5 रुपये प्रति यूनिट तय किया है। चार्जिंग सुविधा के आधार पर भी सर्विस चार्ज लगेगा। इस हिसाब से इलेक्ट्रिक कार को दिल्ली में कहीं भी चार्ज करने पर 120 रुपये से 150 रुपये देने पड़ेंगे। एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली और उसके आसपास 100 से अधिक चार्जिंग स्टेशन हैं। जल्द ही कुछ और बनाये जायेंगे।
बेंगलुरु में लगेंगे इतने रुपये
बेंगलुरु में बेस्कॉम (BESCOM) EV चार्जिंग के लिए बिजली प्रदान करता है और 7.28 रुपये से 8.90 रुपये प्रति यूनिट के बीच चार्जिंग का खर्च लेता है, जो दिल्ली से अधिक लेकिन मुंबई से कम है। इस हिसाब से बेंगलुरु एक इलेक्ट्रिक कार को फुल चार्ज करने के लिए 240 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। कर्नाटक सरकार का कहना है कि वह हर 5 किलोमीटर पर एक चार्जिंग स्टेशन बनाएगी ताकि चार्जिंग को सुविधाजनक बनाया जा सके।
फुल चार्ज में औसतन कितना रेंज देती है एक इलेक्ट्रिक कार?
एक इलेक्ट्रिक कार फुल चार्ज होने पर 140 किमी से 170 किमी तक का सफर तय कर सकती है। अगर आप भी केवल घर से ऑफिस और ऑफिस से घर आने-जाने के लिए कार का इस्तेमाल करते है तो खुद ही अंदाजा लगा लें कि आपको कितने कम पैसे खर्च करने पड़ेंगे। यही वजह है कि सभी वाहन कंपनियां इलेक्ट्रिक सेगमेंट में खुद को मजबूत करने में लगी हैं और लगातार नए उत्पादों को पेश कर रही हैं।