चुशूल से भारतीय सैनिकों की वापसी पर अड़ा हुआ है चीन, प्रभावित हो रही बातचीत- रिपोर्ट
सीमा विवाद पर हो रही बातचीत में चीन इस बात पर अड़ा हुआ है कि पहले भारत पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चुशूल सब-सेक्टर की चोटियों को खाली करे और इसी के बाद अप्रैल से पहले की यथास्थिति कायम करने की भारत की मांग पर कोई चर्चा होगी। चीन का ये रवैया तनाव के निपटारे में एक बड़ी अड़चन बनकर उभरा है। भारत ने भी चीन से पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे को खाली करने को कहा है।
पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर है भारत का दबदबा
मई-जून में चीन के वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कई जगहों पर घुसपैठ करने के बाद 31 अगस्त को जबावी कार्रवाई करते हुए भारत ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थिति चुशूल सब-सेक्टर में कई चोटियों पर कब्जा कर लिया था। इन चोटियों पर कब्जा करने के बाद इलाके में भारत का दबदबा है और वह न केवल स्पुंगर गैप के दोनों तरफ बैठा है, बल्कि मोल्डो स्थिति चीन के सैन्य चौकी को मिनटों में तबाह कर सकता है।
चीन चाहता है पहले चुशूल खाली करे भारत
भारतीय सेना की इस शहमात से बौखलाया चीन भारत से चुशूल से अपनी सेनाएं पीछे हटाने की मांग कर रहा है। एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को मामले की जानकारी देते हुए कहा, "अपनी ताजा बातचीत में चीन चाहता है कि भारत पहले दक्षिणी किनारे को खाली करे। भारत की मांग है कि दोनों पक्ष एक साथ दोनों किनारों को खाली करें।" उत्तरी किनारे पर LAC पार कर चीन ने फिंगर चार तक कब्जा कर लिया है।
भारत ने सात जगह पार की LAC- सूत्र
सूत्र ने ये भी दावा किया कि चीन की घुसपैठ का जबाव देने के लिए भारत ने सात जगहों पर LAC पार की है। उन्होंने कहा, "हमने सात जगहों पर LAC पार की है। आपका क्या लगता है कि चीन अभी भी बातचीत क्यों कर रहा है?" चीन के दोहरे रवैये पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "चीन कहता है कि वह शांति चाहता है। भारत भी यही चाहता है। हालांकि उन्होंने अपनी सेना जमा करने का कारण नहीं बताया है।"
"कुछ भी हो सकता है, चीन पर भरोसा नहीं"
स्थिति को तनावपूर्ण बताते हुए सूत्र ने कहा, "कुछ भी हो सकता है। विश्वास नहीं होता है चीन पर। हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं।" उन्होंने बताया कि भारतीय सैनिकों के लिए सर्दियों के लिए पर्पाप्त व्यवस्था कर दी गई हैं।
चार जगहों पर आमने-सामने हैं भारत और चीन
बता दें कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहले तीन इलाकों में चीन ने LAC पार करके भारतीय इलाके पर कब्जा कर रखा है। अभी दोनों देशों के लगभग 60,000-60,000 सैनिक LAC पर तैनात हैं और कुछ जगह उनके बीच मात्र कुछ सौ मीटर का फासला है।
बातचीत के विवरण को गोपनीय रख रहे दोनों देश
दोनों पक्षों में तनाव कम करने के लिए बातचीत भी जारी है और 10 सितंबर को हुई दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में तनाव कम करने के लिए पांच सूत्रीय फॉर्मूले पर सहमति बनी थी। हालांकि बातचीत की विवरण को गोपनीय रखा गया है और दोनों देशों ने इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया है। गुरूवार को ही भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि दोनों देशों के बीच बातचीत गोपनीय है।