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लद्दाख: चीन ने फिर की वादाखिलाफी, सहमति का उल्लंघन कर चुपचाप बढ़ाई सैनिकों की संख्या

लद्दाख: चीन ने फिर की वादाखिलाफी, सहमति का उल्लंघन कर चुपचाप बढ़ाई सैनिकों की संख्या

Jan 24, 2021
04:54 pm

क्या है खबर?

लगातार वादाखिलाफी कर रहे चीन ने एक बार फिर से विश्वाघात किया है और सितंबर में बनी एक सहमति का विरोध करते हुए चुपचाप पूर्वी लद्दाख में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा ली है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों की संख्या न बढ़ाने पर बनी सहमति का उल्लंघन करते हुए चीन ने टकराव वाली जगहों पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा ली है। जबाव में भारत को भी ऐसा करना पड़ा है।

पृष्ठभूमि

सितंबर में दोनों देशों के बीच इन मुद्दों पर बनी थी सहमति

जून में गलवान घाटी में दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प और LAC पर अन्य कई जगहों पर टकराव की स्थिति पैदा होने के बाद सितंबर में भारत और चीन के बीच आपसी भरोसा बढ़ाने के लिए कुछ बिंदुओं में सहमति बनी थी। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक के बाद बनी इस सहमति में गलतफहमी से बचना, अग्रिम मोर्चे पर और सैनिक भेजना बंद करना और एकतरफा जमीनी स्थिति बदलने से बचना आदि बिंदु शामिल थे।

उल्लंघन

चुपचाप सैनिकों की संख्या बढ़ाकर चीन ने किया सहमति का उल्लंघन

हालांकि पहले ही कई मुद्दों पर वादाखिलाफी कर चुके चीन ने इस सहमति का भी उल्लंघन किया और पूर्व लद्दाख में टकराव वाली जगहों पर चुपचाप अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाता रहा। सेना के शीर्ष सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि चीन की इस हरकत के बाद भारत के पास चीन के बराबर संख्या में सैनिकों को तैनात करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था और भारत ने भी सैनिकों की संख्या बढ़ाई है।

जबावी कार्रवाई

कई सेक्टर में भारत ने की प्री-एम्प्टिव कार्रवाई

रिपोर्ट के अनुसार, चीन के सैनिकों की संख्या को देखते हुए भारत ने कुछ सेक्टर में प्री-एम्प्टिव कार्रवाई की और इसके कारण कई जगहों पर दोनों जगहों के टैंक और बख्तरबंद वाहन बहुत पास आ गए हैं। बता दें कि इससे पहले भारतीय सेना ने अगस्त के अंत में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर भी प्री-एम्प्टिव कार्रवाई की थी और इलाके की कई चोटियों पर कब्जा कर लिया था। सेना की इस चाल से चीन हैरान रह गया था।

सैन्य बैठक

आज हो रही नौवें दौर की सैन्य बैठक

LAC पर बने इस गतिरोध को तोड़ने के लिए दोनों देशों के बीच नौ दौर की सैन्य बैठक भी हो चुकी है, हालांकि चीन की लगातार वादाखिलाफी के कारण इनमें कोई समाधान नहीं निकल पाया है। आज दोनों देशों के बीच नौवें दौर की बैठक हो रही है। इस बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह साफ कर चुके हैं कि जब तक चीन LAC से अपनी सेना नहीं हटाएगा, भारत भी अपने सैनिकों को पीछे नहीं करेगा।

विवाद

चार जगहों पर आमने-सामने हैं भारत और चीन

बता दें कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहले तीन इलाकों में चीन ने LAC पार करके भारतीय इलाके पर कब्जा कर रखा है। अभी दोनों देशों के लगभग 60,000-60,000 सैनिक LAC पर तैनात हैं और कुछ जगह उनके बीच मात्र कुछ सौ मीटर का फासला है।