BPSC परीक्षा मामला: प्रशांत किशोर को जेल जाने के कुछ घंटे बाद मिला बिना शर्त जमानत
क्या है खबर?
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर को 14 दिन की जेल होने के कुछ घटे बाद बिना शर्त जमानत मिल गई।
दरअसल, पुलिस ने दोपहर में प्रशांत को कोर्ट में पेश किया था, जहां उन्होंने सशर्त जमानत से इनकार कर दिया था। उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था।
हालांकि, बाद में कोर्ट ने उन्हें बिना शर्त जमानत दे दी।
जमानत
कोर्ट ने पहले रखी थी ये शर्त
पुलिस ने दोपहर में प्रशांत को पटना के सिविल कोर्ट में पेश किया था, वहां न्यायाधीश ने 25,000 रुपये के जमानती मुचलके और भविष्य में धरना और प्रदर्शन न करने की शर्त पर जमानत देने का फैसला सुनाया।
हालांकि, इसके बाद प्रशांत ने सशर्त जमानत लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने न्यायाधीश से कहा कि इस शर्त से वह धरना प्रदर्शन और अनशन नहीं कर पाएंगे। यह समाज हित में नहीं रहेगी।
इस पर कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया।
ऐलान
प्रशांत ने किया जेल में अनशन जारी रखने का ऐलान
कोर्ट से जेल जाते समय प्रशांत ने कहा कि जेल में भी उनका अनशन जारी रहेगा। युवाओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ अगर आवाज उठाना गुनाह है, तो उन्हें जेल जाना है मंजूर है।
वहीं, उन्होंने पुलिस द्वारा किसी भी तरह की मारपीट किए जाने की बात साफ इनकार कर दिया है।
प्रशांत ने कहा कि पुलिस से उनकी कोई लड़ाई नहीं है। इसके बाद वह विक्ट्री साइन दिखाते हुए वहां से जेल के लिए रवाना हो गए।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें प्रशांत का पूरा बयान
#WATCH | Patna: Jan Suraaj Party Chief Prashant Kishor says, " ...From 5-11 am, I was made to sit in the Police vehicle and kept taking me to different places. Nobody told me where I was being taken even though I asked them multiple times...after 5 years, they took me to Fatwah's… pic.twitter.com/MnPOiRCghu
— ANI (@ANI) January 6, 2025
जमानत
प्रशांत को जमानती मुचलके पर ही मिली जमानत
प्रशांत के जेल जाने के बाद छात्रों ने उनकी रिहाई की मांग की। इससे पुलिस पर दबाव बढ़ गया।
इसके बाद शाम करीब साढ़े 7 बजे कोर्ट ने जमानत में रखी पिछली शर्त (भविष्य में कोई विरोध प्रदर्शन न करने) हटा ली और उन्हें 25,000 रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
इसके बाद रात करीब 8 बजे प्रशांत को जेल से रिहा कर दिया गया। उनकी रिहाई से छात्रों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
गिरफ्तार
पुलिस ने प्रशांत को जबरन किया गिरफ्तार
बता दें कि प्रशांत दोबारा परीक्षा कराने की मांग को लेकर पिछले 4 दिन से गांधी मैदान पर अनशन पर बैठे थे।
हालांकि, सोमवार सुबह पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया और अस्पताल ले जाकर मेडिकल करा दिया।
जिला कलक्टर चंद्रशेखर ने बताया कि अनशन के दौरान 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से 5-6 लोग ही पटना से हैं। कई लोग बिहार उत्तर प्रदेश और दिल्ली से भी यहां आए हैं।
विवाद
क्या है मामला?
BPSC प्रारंभिक परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र लीक होने और कई अन्य अनियमितताओं को लेकर 13 दिसंबर से विरोध-प्रदर्शन शुरू हुआ है।
छात्रों के समर्थन में किशोर ने पटना स्थित गांधी मैदान पर छात्र संसद बुलाई थी। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
उस समय किशोर समेत 700 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी।
किशोर का कहना है कि परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर 7 जनवरी को उनकी पार्टी हाई कोर्ट में याचिका दायर करेगी।