प्रशांत किशोर ने किया चुनावी रणनीति नहीं बनाने का ऐलान, कही जगह खाली करने की बात
क्या है खबर?
देश में रविवार को पश्चिम बंगाल सहित चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों की मतगणना चल रही है। अब तक के रुझानों में बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है।
इसी बीच TMC के लिए चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने चुनावी रणनीति बनाने का कार्य छोड़ने का ऐलान कर दिया है। वह अब किसी भी पार्टी के लिए चुनावी रणनीतिकार की भूमिका नहीं निभाएंगे।
पृष्ठभूमि
प्रशांत किशोर ने संभाली थी TMC के चुनाव प्रचार जिम्मेदारी
बता दें कि चुनावी रणनीति बनाने में माहिर प्रशांत किशोर को पश्चिम बंगाल में TMC के चुनाव प्रचार और चुनावी रणनीति बनाने की जिम्मेदारी मिली थी।
इस काम को इन्होंने बखूगी अंजाम दिया है और यही कारण है कि परिणामों ने TMC को स्प्ष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है।
इससे पहले प्रशांत ने बिहार के 2015 चुनाव में महागठबंधन (RJD+JDU+कांग्रेस) और पिछले साल दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रचार की जिम्मेदारी संभाली थी।
घोषणा
प्रशांत ने की थी भाजपा के बेहतर प्रदर्शन पर जगह छोड़ने की घोषणा
21 दिसंबर, 2020 को प्रशांत किशोर ने बंगाल चुनाव में भाजपा की सीटों को लेकर शर्त लगाते हुए बड़ी घोषणा की थी।
उन्होंने ट्वीट कर दावा किया था कि भाजपा को पश्चिम बंगाल में दोहरे अंक को पार करने में भी बड़ा संघर्ष करना पड़ेगा। यदि वह बेहतर प्रदर्शन करती है तो वह जगह खाली कर देंगे।
हालांकि, उनके दावे के अनुसार भाजपा तिहरे अंक पर नहीं पहुंच पाई, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने जगह छोड़ने का ऐलान कर दिया।
बयान
मेरे लिए थोड़ा आराम करने का वक्त आ गया- प्रशांत
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार प्रशांत किशोर ने एक साक्षात्कार के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि वह अब यह जगह खाली कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मैं जो कर रहा हूं, अब मैं वो काम नहीं करना चाहता। मैं आठ-नौ सालों से यह कर रहा हूं, यह एक कठिन काम है। अब मेरे लिए थोड़ा आराम करने का वक्त आ गया है और जीवन में कुछ और काम करने का भी। मैं अब यह जगह खाली करना चाहता हूं।"
बयान
चुनावी रैलियों में भीड़ आने से नहीं मिलती जीत- प्रशांत
प्रशांत किशोर का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी की रैलियों में भी बहुत ज्यादा भीड़ आती थी। इसके बावजूद वह 18 सीटें हार गई। भीड़ का मतलब सिर्फ वोट नहीं होता है। राज्य में भाजपा ने भी 40 रैलियां की थीं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि TMC हार जाएगी।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने भाजपा कर जमकर सहयोग किया है। इस तरह का पक्षपाती निर्वाचन आयोग उन्होंने पहले कभी नहीं देखा।
जानकारी
पश्चिम बंगाल चुनाव में यह है TMC की अब तक की स्थिति
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की अब तक की मतगणना के आधार पर 292 विधानसभा सीटों में से TMC 216 सीटों पर आगे चल रही है। इसी तरह भाजपा को महज 73 सीटों पर बढ़त हासिल है। इसके अलावा तीन सीटों पर अन्य दल आगे हैं।