
यहां बैलेट पेपर से होगा चुनाव, आयोग चाहकर भी नहीं कर सकता EVM इस्तेमाल, जानें कारण
क्या है खबर?
देश में कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनाव शुरू हो जाएंगे। चुनाव आयोग पूरे में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से चुनाव कराएगा, लेकिन एक सीट ऐसी है जहां बैलेट पेपर से चुनाव होगा।
चुनाव आयोग यहां चाहकर भी EVM इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है।
आखिर यह कौनसी लोकसभा सीट है और चुनाव आयोग यहां बैलेट पेपर से चुनाव क्यों करवा रहा है।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
उम्मीदवार
निजामाबाद से चुनाव लड़ेंगे 185 उम्मीदवार
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, तेलंगाना की निजामाबाद लोकसभा सीट पर इस बार कुल 185 उम्मीदवार चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
EVM से इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों के लिए मतदान कराना संभव नहीं होता है। यहां से तेलंगाना राष्ट्र समिति की के कविता मौजूदा सांसद हैं। उनके खिलाफ 175 किसान चुनावी मैदान में उतरे हैं।
यहां किसानों समेत कुल 245 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था। जिसमें से 60 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द हो गया।
जानकारी
EVM पर आ सकते हैं केवल 64 उम्मीदवारों के नाम
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी रजत कुमार ने बताया कि एक EVM पर केवल 64 उम्मीदवारों के लिए मतदान किया जा सकता है। ऐसे में उनके पास बैलेट पेपर से चुनाव कराने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
किसानी संकट
समस्या की तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए चुनाव लड़ रहे किसान
किसान नेता ई राजारेड्डी ने कहा कि 175 हल्दी किसान निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां किसानों को उनकी फसल के लिए न्यूनतम दाम भी नहीं मिल रहे हैं और सरकार इस बारे में कुछ नहीं कर रही।
उन्होंने कहा कि 500 से ज्यादा किसान चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेताओं ने उन्हें नामांकन करने से रोक दिया।
वहीं सांसद कविता ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा किसानों को उनके खिलाफ भड़का रही हैं।
मांग
ये है किसानो की मांग
निजामाबाद के किसान हल्दी के दामों को लेकर काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार अभी उन्हें 4,500 रुपये प्रति क्विंटल का भाव दे रही है, जिसे बढ़ाकर 9,000 रुपये प्रति क्विंटल किया जाना चाहिए।
किसानों ने बताया कि एक क्विंटल हल्दी के उत्पादन में उनकी 7,500 रुपये की लागत आती है। इस वजह से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। मौजूदा दामों में उनकी लागत भी नहीं निकल रही है।
प्रक्रिया
15 लाख बैलेट पेपर की जरूरत
एक चुनाव अधिकारी ने बताया, "हमें अगले 10 दिनों में 15 लाख से ज्यादा बड़े साइज के बैलेट पेपर प्रिंट और सैंकड़ों बैलेट बॉक्स इकट्ठे करने होंगे। हम अलग-अलग प्रिंटर्स से इसे लेकर बात कर रहे हैं। वहीं दूसरे राज्यों और जिलों से बैलेट बॉक्स इकट्ठे किये जा रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि हम स्वंतत्र उम्मीदवारों को चुनाव निशान देने का काम भी कर रहे हैं। इस पूरी प्रक्रिया में काफी समय लग रहा है।
जानकारी
यह होता है EVM का हिसाब
एक EVM की बैलेट यूनिट में 16 उम्मीदवारों के नाम आते हैं। किसी सीट पर 16 से ज्यादा उम्मीदवार हैं तो दूसरी बैलेट यूनिट लगाई जाती है। इस तरह चार बैलेट यूनिट के सहारे 64 उम्मीदवारों के लिए वोट डाले जा सकते हैं।