मध्य प्रदेश: चाय बेचने वाले की बेटी बनी फ्लाइंग ऑफिसर, उड़ाएगी लड़ाकू विमान
मध्य प्रदेश के नीमच की रहने वालीं आंचल गंगवाल ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अगर हौसले मजबूत हैं तो मुश्किलें आपकी राह में रोड़ा नहीं बन सकतीं। 24 वर्षीय आंचल वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनी हैं। उनके पिता 25 सालों से चाय की दुकान चला रहे हैं। बीते शनिवार को आंचल की 123 अन्य कैडेट्स के साथ भारतीय वायुसेना में बतौर फाइटर पायलट कमिश्निंग हो गई। हालांकि, आंचल के लिए यह सफर आसान नहीं रहा।
केदारनाथ त्रासदी के बाद वायुसेना का काम देखकर प्रेरित हुई थी आंचल
आंचल के पिता ने अपनी बेटी की उपलब्धि के बारे में बात करते हुए बताया, "उसका वायुसेना मेें शामिल होना हमारे परिवार के लिए गर्व की बात है।" कोरोना वायरस के कारण पासिंग आउट परेड न देख पाने का अफसोस जताते हुए उनके पिता ने बताया कि आंचल ने 2013 में केदारनाथ त्रासदी में वायुसेना को लोगों की मदद करते देखा था। उस दिन से ही वह वायुसेना में जाने का सपना सजाने लगी।
छठी कोशिश में आंचल को मिली कामयाबी
उन्होंने बताया, "आंचल के सपने को पूरा करना उसके और परिवार के लिए आसान नहीं था, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। वह हमेशा से पढ़ाई में तेज थी और बास्केटबाल भी खेलती थी। उसका सालों का सपना अब पूरा हुआ है। वह किताबों की दुकानों पर जाकर वायुसेना में जाने की तैयारी के बारे में पूछताछ करती थी। फिर उसने कई किताबें इकट्ठी की और तैयारियों में जुट गई। उसे छठे प्रयास में सफलता मिली है।"
लोगों से उधार लेकर पिता ने भरी थी आंचल की फीस
खुद 10वीं कक्षा तक पढ़े सुरेश बताते हैं, "मैं पिछले 25 साल से चाय की दुकान चला रहा हूं तो कोई भी मेरी आर्थिक स्थिति समझ सकता है। कई बार मेरे पास बेटी की पढ़ाई की फीस भरने के पैसे नहीं होते थे। मैंने लोगों से उधार ले-लेकर उसकी फीस भरी। कई बार फीस भरने से बचने के लिए मुझे स्कूल वालों के सामने बहाने बनाने होते थे कि मैं शहर से बाहर हूं।"
वायुसेना में आने के लिए आंचल ने छोड़ी दौ नौकरियां
वहीं आंचल ने कहा कि मुश्किलों को देखकर हिम्मत न हारने का सबक उन्होंने अपने पिता से सीखा है। जीवन में मुश्किलें आती हैं, लेकिन उनका मुकाबला करने के लिए हौसला होना जरूरी है। उन्होंने बताया, "वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनने के लिए मैंने पुलिस सब इंस्पेक्टर और लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ दी। मेरा केवल एक लक्ष्य था। हर हाल में वायुसेना में जाना है। आखिरकार छठी कोशिश में मुझे सफलता मिली।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आंचल को फ्लाइंग ऑफिसर बनने पर बधाई दी है। चौहान ने ट्विटर पर लिखा, 'नीमच में चाय की दुकान लगाने वाले सुरेश गंगवाल जी की बेटी आंचल अब वायुसेना में फाइटर प्लेन उड़ाएगी। मध्य प्रदेश को गौरवान्वित करने वाली बेटी आंचल अब देश के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए अनंत आकाश की ऊंचाइयों में उड़ान भरेगी। बेटी को बधाई, आशीर्वाद और शुभकामनाएं।'