
लॉकडाउन: ड्यूटी करने के लिए 450 किलोमीटर तक पैदल चला पुलिसवाला
क्या है खबर?
कई बार ऐसी खबरें सामने आती हैं, जिनमें पुलिसकर्मी पर लापरवाही करने या ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप लगते हैं।
वहीं कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी होते हैं, जो तमाम बाधाओं के बावजूद अपनी ड्यूटी करने से पीछे नहीं हटते।
ऐसा ही कहानी मध्य प्रदेश से सामने आई है, जहां एक पुलिस कॉन्स्टेबल 20 घंटे पैदल चलकर ड्यूटी करने के लिए पहुंचा।
आइये, इस कॉन्स्टेबल और इसके समर्पण की पूरी खबर जानते हैं।
घटना
परीक्षा देने अपने गृहनगर इटावा आए थे सिंह
यह कहानी मध्य प्रदेश पुलिस में कॉन्स्टेबल 22 वर्षीय दिग्विजय सिंह की है। उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले सिंह राजगढ़ जिले के पचोर थाना में तैनात हैं।
वो 16 मार्च को ग्रेजुएशन की परीक्षा देने के लिए अपने गृहनगर इटावा आए थे। लॉकडाउन होने के कारण उनकी परीक्षाएं स्थगित हो गई और उन्हें वापस ड्यूटी पर जाना था।
लॉकडाउन होने के कारण सार्वजनिक परिवहन के साधन बंद हो गए और सिंह के सामने राजगढ़ जाने की चुनौती थी।
समर्पण
20 घंटे में तय किया 450 किलोमीटर का सफर
दिग्विजय सिंह ने ड्यूटी करने के लिए पैदल ही अपने घर से पचोर थाने के लिए निकल लिए। दोनों जगहों के बीच की दूरी 450 किलोमीटर थी, लेकिन सिंह के इरादों के सामने ये कम पड़ गई।
कई जगह उन्हें लिफ्ट मिली, लेकिन अधिकतर सफर उन्होंने पैदल ही पूरा किया। रास्ते में भोजन आदि की व्यवस्था न होने के कारण उन्हें कुछ देर तक पैदल चलना पड़ा।
आखिरकार 20 घंटे पैदल चलकर वो 28 तारीख को राजगढ़ पहुंच गए।
समर्पण को सम्मान
SP ने किया सम्मानित
दिग्विजय सिंह के ड्यूटी के प्रति समर्पण की बात जब उनके बड़े अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने उन्हें खूब सराहा। राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने सिंह को सम्मानित किया और दूसरे कर्मचारियों को उनसे सीख लेने की सलाह दी।
शर्मा ने कहा, "मैं DGP को पत्र लिखकर मांग करुंगा कि सिंह के समर्पण को देखते हुए उन्हें प्रशंसा पत्र दिया जाना चाहिए।"
जानकारी
सिंह के पैरों में आई सूजन
इतना लंबा सफर पैदल तय करने के कारण सिहं के पैरों में सूजन है, जिसके चलते उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने कुछ समय आराम करने की सलाह दी है ताकि वो पूरी तरह फिट होकर ड्यूटी ज्वॉइन कर सकें।