जम्मू-कश्मीर: बारामूला में आतंकियों ने CRPF पर फेंका ग्रेनेड, दो जवानों समेत छह लोग घायल
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में एक ग्रेनेड हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के दो जवानों समेत कुल छह लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों में चार जवान शामिल है। सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा बलों ने इलाके को सभी तरफ से घेर लिया है और सर्च अभियान चला कर हमलावर आतंकियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
सुबह 11 बजे आतंकियों ने CRPF के जवानों पर ग्रेनेड
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि घटना बारामूला के पलहालन में सुबह लगभग 11 बजे हुई। अधिकारी के अनुसार, आतंकियों ने CRPF के जवानों पर ग्रेनेड फेंका जिसमें दो जवानों को चोटें आईं, वहीं चार आम नागरिकों को भी चोट लगी। सुरक्षा बल अभी तक हमलवारों को गिरफ्तार नहीं कर पाए हैं और इलाके को घेर कर उनकी तलाश की जा रही है।
उरी में आतंकियों ने की घुसपैठ की नाकाम कोशिश
एक अन्य घटना में जम्मू-कश्मीर के उरी में सीमा पार से आए पाकिस्तानी आतंकियों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की नाकाम कोशिश की। जवानों ने इलाके में हलचल और संदिग्ध गतिविधियां देखी थीं और जवाब न मिलने पर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग होने पर आतंकी मौके से भाग गए। फायरिंग बंद होने के बाद जवानों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन भी चलाया, लेकिन कोई आतंकी हाथ नहीं लगा।
सेना को लगातार निशाना बना रहे हैं आतंकी
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं और आतंकियों ने सेना को भी निशाना बनाया है। अक्टूबर में पुंछ में जंगल में छिपे आतंकियों के साथ मुठभेड़ में नौ जवान शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में सबसे पहले 11 अक्टूबर को एक अधिकारी समेत पांच जवान शहीद हुए। इसके बाद दो और जवान शहीद हो गए, वहीं 17 अक्टूबर को दो लापता जवानों के शव मिलने से शहीदों का संख्या नौ हो गई।
आतंकियों ने नौ अल्पसंख्यकों को भी मारा
इसके अलावा आतंकियों ने अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया है और अक्टूबर में आतंकी नौ अल्पसंख्यकों की हत्या कर चुके हैं। अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में आतंकियों ने महज 48 घंटे के अंदर दो शिक्षकों सहित पांच लोगों की हत्या कर दी थी। इनमें जाने-माने केमिस्ट माखन लाल बिंद्रू (70) और लाल बाजार में रेहड़ी लगाने वाले बिहार के निवासी वीरेंद्र पासवान आदि शामिल थे। इसके बाद आतंकियों ने चार मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बढ़ती आतंकियों गतिविधियों के पीछे पाकिस्तान का हाथ
जम्मू-कश्मीर में इन बढ़ती आतंकी गतिविधियों के पीछे पाकिस्तान का हाथ है जो अफगानिस्तान में अपने मंसूबों की जीत के बाद कश्मीर में अधिक सक्रिय हो गया है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, अभी कश्मीर में 38 पाकिस्तानी आतंकी मौजूद हैं। इनमें 27 आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के हैं, वहीं 11 आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के हैं। एजेसियों ने श्रीनगर में चार, कुलगाम में तीन, पुलवामा और बारामूला में 10-10 और 11 आतंकी अलग-अलग जगहों पर छिपे होने की सूचना दी है।