जम्मू-कश्मीर: पिछले साल 1 मार्च से अब तक CRPF ने ढेर किए 175 आतंकी, 183 गिरफ्तार
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने गुरूवार को बताया कि पिछले साल 1 मार्च से लेकर इस 16 मार्च तक CRPF जम्मू-कश्मीर में 175 आतंकियों को ढेर कर चुकी है। इसके अलावा उसने 183 आतंकियों को गिरफ्तार भी किया है। सिंह के अनुसार, इस दौरान CRPF ने नक्सल प्रभावित इलाकों में चलाए गए विभिन्न अभियानों में 19 माओवादियों को भी ढेर किया, वहीं 699 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया।
जम्मू-कश्मीर में स्थिति बहुत अच्छी, पत्थरबाजी लगभग खत्म- सिंह
ये आंकड़े पेश करते हुए सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति बहुत अच्छी है और इसमें और सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पत्थरबाजी की घटनाएं लगभग खत्म हो गई हैं। विदेशी आतंकियों की घुसपैठ और हमलों में भी गिरावट आई है।" कश्मीर में अपने घर छुट्टी पर आए CRPF जवान की हत्या पर उन्होंने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कश्मीर में पिछले साल मारे गए थे 184 आतंकवादी
इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने बताया था कि 2021 में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा 100 सफल आतंकवादी विरोधी अभियान चलाए गए थे। इन अभियानों में 184 आतंकवादी मारे गए थे, जिनमें से 44 शीर्ष कमांडर और 20 विदेशी थे। सिंह ने बताया था कि आतंकवाद विरोधी अभियानों के दम पर जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से को लगातार होने वाले आतंकी हमलों से मुक्त कर दिया गया है और आतंकियों का सफाई अभियान अभी भी जारी है।
2021 में भर्ती हुए थे नए 134 आतंकी
DGP सिंह के अनुसार, "2021 में जम्मू-कश्मीर में 134 युवा आतंकी समूहों में शामिल हुए थे, जिनमें से 72 मार दिए गए और 22 को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं आतंकवाद में सहायता करने और दूसरे मामलों में 497 लोगों पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया।" उन्होंने बताया कि पिछले साल 44 टॉप कमांडर भी मारे गए थे। इनमें से 26 लश्कर-ए-तैयबा, 10 जैश-ए-मोहम्मद, सात हिजबुल मुजाहिद्दीन और एक आतंकवादी अल-बदर से संबंधित था।
शुक्रवार रात को ढेर किए गए थे चार आतंकी
बता दें कि शुक्रवार रात को ही सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के तीन अलग-अलग शहरों में चलाए गए अभियानों में चार आतंकियों को ढेर किया था। इन आतंकियों को पुलवामा, गांदरबल और हंदवाड़ा में में ढेर किया गया। मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के दो-दो आतंकी शामिल थे। पुलिस ने पुलवामा में जैश के आतंकियों को आत्मसमर्पण करने का मौका भी दिया था, लेकिन इसके बदले में आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी।