बढ़ते कोरोना मामलों के बीच मुंबई के लिए महत्वपूर्ण है अगले 10 दिन- टास्क फोर्स विशेषज्ञ
भारत में पिछले कई दिनों कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। 10-12 राज्यों में प्रतिदिन सामने आने वाले नए मामलों में उछाल आया है। इसमें महाराष्ट्र और केरल की हालत सबसे अधिक खराब है। मुंबई में बुधवार को 119 दिन में सबसे अधिक 1,176 नए मामले सामने आए हैं। इसको लेकर राज्य कोरोना टास्क फोर्स समिति के सदस्य डॉ राहुल पंडित ने अगले 10 दिनों को मुंबई के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया है।
महाराष्ट्र में दो दिन में सामने आए 15,025 नए मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार महाराष्ट्र में बुधवार को 8,807 नए मामले सामने आए हैं, जो दिसंबर के बाद सबसे अधिक है। इतना ही मंगलवार को राज्य में 6,218 नए मामले सामने आए थे। ऐसे में राज्य में पिछले दो दिन में ही 15,025 मामले सामने आ चुके हैं। इसने सरकार और चिकित्सा विशेषज्ञों की चिंता को बढ़ा दिया है। सरकार ने बचाव के लिए कुछ जगहों पर लॉकडाउन लागू करने सहित अन्य पाबंदियों में भी इजाफा किया है।
राज्य में पिछले 48 घंटों में हुई 27 मौतें
राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में पिछले दिनों में हुई कुल 80 मौतों में से 24 पिछले 48 घंटों के भीतर हुई है। मुंबई में बुधवार को महज चार मौतें हुई है, लेकिन संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है। मुंबई में संक्रमितों की कुल संख्या 11,458 पर पहुंच गई है। डॉ राहुल पंडित ने कहा कि मुंबई में गंभीर मामले या मौतों में पिछले 7-14 दिनों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में शहर में फिर से खतरा बढ़ रहा है।
मुंबई में 10 दिनों में स्थिति सुधरेगी या और बिगड़ जाएगी- पंडित
डॉ पंडित ने कहा कि मुंबई में बुधवार को अस्पतालों में ICU बेड की मांग में इजाफा हुआ है। ऐसे में साफ है कि अगले 10 दिनों में मुंबई की स्थिति में या तो सुधार होगा या फिर हालत नियंत्रण से बाहर होते नजर आएंगे। AMC सुरेश काकानी ने कहा कि राज्य में बुधवार को 21,000 से अधिक लोगों की कोरोना जांच की गई थी। इसमें सामने आया राज्य की सकरात्मकता दर में 6 प्रतिशत तक का उछाल आया है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों को दिए टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश
राज्य के कौशल विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे ने सभी जिलों को परीक्षण और संपर्क ट्रेसिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने बताया फरवरी में मामलों में बढ़ोतरी होने के बाद भी मृत्यु दर कम है। जनवरी में राज्य में प्रतिदिन औसतन 2,973 नए मामले सामने आए थे और मृत्यु दर 1.7 प्रतिशत थी। फरवरी में दैनिक औसत 3,347 है और कुल 775 मौतों से मृत्यु दर 0.4 प्रतिशत पर है।
अगले 10 दिनों में स्पष्ट होगी दूसरी लहर की स्थिति- जोशी
एक अन्य टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने बताया कि आने वाले 10 दिनों में साफ हो जाएगा कि राज्य में संक्रमण की एक और लहर आई है या नहीं। उन्होंने कहा कि मामलों में ताजा उछाल विदर्भ से शुरू हुआ था और यह कहना मुश्किल है कि नए स्ट्रेनों का इसमें कोई योगदान नहीं है। इसकी पुख्ता जांच की आवश्यकता है। उन्होंने कहा वर्तमान में संक्रमण से बचाव के लिए दोहरे मास्क की बहुत अधिक आवश्यकता है।