
अहमदाबाद विमान हादसा: ब्रिटेन के 2 परिवारों को गलत व्यक्तियों के शव भेजे गए
क्या है खबर?
गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया AI-171 हादसे के बाद शवों की पहचान और उनको परिवारों को सौंपने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन इसमें गलती की जानकारी सामने आई है। ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक, ब्रिटेन के 2 परिवारों को विमान हादसे में जान गंवाने वाले ब्रिटिश नागिरकों के गलत और शवों के मिश्रित अवशेष भेज दिए गए हैं। गलती का पता चलने पर परिवारों ने अंतिम संस्कार रोक दिया है और इसकी जांच शुरू हो गई है।
जांच
कैसे हुआ खुलासा?
रिपोर्ट के मुताबिक, यह गलती तब प्रकाश में आई, जब इनर वेस्ट लंदन की कोरोनर डॉ. फियोना विलकॉक्स ने DNA परीक्षण के माध्यम से उनकी पहचान सत्यापित करने का प्रयास किया। हादसे के बाद ब्रिटिश नागरिकों ने भारत आकर अपने प्रियजनों के शव प्राप्त करने के लिए नमूने उपलब्ध कराए थे। इसके बाद भारत से DNA परीक्षण के बाद शवों को ब्रिटिश परिवारों को सौंपा गया था। लंदन में जब दोबारा से DNA किया गया, तो गलती पकड़ी गई।
जांच
किसी को भी नहीं थी ताबूत खोलने की इजाजत
ब्रिटेन में सामने आई गलती से अन्य शवों के पहचान में गलतियों की संभावना बढ़ गई है। हालांकि, अधिकतर शवों का उनके परिजन अंतिम संस्कार कर चुके हैं। परिजनों का कहना है कि शवों को अहमदाबाद के सिविल अस्पतालों से ताबूत और प्लास्टिक के कंटेनर में दिया गया था। शवों के कंटेनर पर लेबल चिपके थे, जिस पर नाम लिखा था। बेहद बुरी तरह जले शवों की वजह से परिजनों को कंटेनर या ताबूत खोलने की मनाही थी।
दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे में उठ सकता है मुद्दा
ब्रिटेन के प्रभावित परिवारों ने अपने सांसदों, विदेश कार्यालय, प्रधानमंत्री और विदेश सचिव के कार्यालयों से संपर्क कर एयर इंडिया और केन्यन्स इंटरनेशनल इमरजेंसी सर्विसेज से जवाबदेही की मांग की है। संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर सीधे तौर पर इन विफलताओं पर चर्चा कर सकते हैं। मामले को लेकर ब्रिटिश परिवारों में नाराजगी दिख रही है।
हादसा
विमान में सवार थे 53 ब्रिटिश नागरिक
एयर इंडिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान में 242 यात्री सवार थे, जिसमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, 7 पुर्तगाली नागरिक और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। सभी मृतकों में 6 शवों की पहचान चेहरा, जबकि बाकियों की पहचान DNA के जरिए हुई थी। जांच में फोरेंसिक विज्ञान निदेशालय और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की टीमों सहित 40 अधिकारी लगे थे। परीक्षण के लिए परिजनों के खून के नमूने लिए गए, जो शवों की हड्डियों और दांतों से मिलाए गए थे।
घटना
हादसे में मारे गए थे 275 लोग
12 जून को अहमदाबाद-लंदन बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 एयर इंडिया AI-171 बीजे मेडिकल कॉलेज की दीवार से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 241 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई, जबकि सीट नंबर 11A में बैठा एकमात्र यात्री बच गया। जमीन पर 30 लोगों की जान गई थी। हादसे की जांच चल रही है।