लंदन शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के लिए शांति योजना पर क्या-क्या निर्णय किए गए?
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ओवल ऑफिस में तीखी बहस के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ब्रिटेन पहुंचे और रविवार (2 मार्च) को लंदन शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया।
इसमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित सभी NATO सदस्य जेलेंस्की के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए।
इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के लिए शांति योजना पर कई निर्णय भी किए। आइए उन पर नजर डालते हैं।
समर्थन
जेलेंस्की का गर्मजोशी से किया गया स्वागत
शिखर सम्मेलन में स्टार्मर और मैक्रों सहित विभिन्न विश्व नेताओं ने यूक्रेनी राष्ट्रपति का कई विश्व नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
ब्रिटेन की 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर भी हजारों की संख्या में लोग जेलेंस्की के समर्थन के लिए एकत्र हुए।
इस दौरान यूरोपीय और NATO सहयोगियों ने यूक्रेन की रक्षा पर अधिक खर्च करने और रूसी आक्रमण के खिलाफ अपनी सीमाओं की रक्षा करने के लिए मजबूती से कदम बढ़ाने की प्रतिबद्धता भी जताई।
गठबंधन
स्टार्मर ने की इच्छुक लोगों का गठबंधन बनाने की घोषणा
सम्मेलन में प्रधानमंत्री स्टार्मर ने यूक्रेन में समझौते की रक्षा करने और शांति की गारंटी देने के लिए इच्छुक देशों का एक गठबंधन विकसित करने के निर्णय की घोषणा की।
उन्होंने कहा, "यूरोपीय सहयोगी यूक्रेन में एक समझौते की रक्षा करने और शांति की गारंटी देने के लिए 'इच्छुक लोगों का गठबंधन' विकसित करने के लिए आगे बढ़ेंगे। यह सही है कि हर देश योगदान में सक्षम नहीं होगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम पीछे हटा जाएं।"
ऐलान
स्टार्मर ने किया मदद का ऐलान
प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा, "ब्रिटेन जमीन पर सैनिकों और हवा में विमानों के साथ इस मामले में यूक्रेन की मदद करने के लिए तैयार है। यूरोप को दूसरों के साथ मिलकर इस काम को करना चाहिए। अब बातचीत का समय नहीं हैं। अगर आप शांति बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको शांति की रक्षा करनी होगी।"
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने भी विचार का समर्थन किया है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि इसमें कौन या क्या शामिल होगा।
सहायता
यूक्रेन के लिए नई सैन्य सहायता
लंदन शिखर सम्मेलन में अपने भाषण में प्रधानमंत्री स्टार्मर ने 5,000 से अधिक वायु रक्षा मिसाइलों को खरीदने के लिए अतिरिक्त 1.6 अरब पाउंड (17,600 करोड़ रुपये) के निर्यात वित्त की भी घोषणा की।
यह यूक्रेन को अधिक सैन्य सहायता प्रदान करने के लिए 2.2 अरब पाउंड (लगभग 24,200 करोड़ रुपये) के ऋण के अतिरिक्त है।
इन मिसाइलों का निर्माण बेलफास्ट में फ्रांसीसी हथियार निर्माता थेल्स द्वारा संचालित एक कारखाने में किया जाएगा।
फायदा
यूरोप के रक्षा खर्च में वृद्धि देखने को मिलेगी
हालांकि, यह निश्चित नहीं है कि अन्य यूरोपीय देश रक्षा खर्च बढ़ाने के मामले में ब्रिटेन का अनुसरण करेंगे या नहीं, लेकिन NATO प्रमुख मार्क रूट ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा यूरोपीय देश रक्षा खर्च बढ़ाएंगे।
उन्होंने अमेरिका के साथ अधिक उचित संतुलन की बनाए रखने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि पहला कदम यह सुनिश्चित करना है कि शांति समझौता हो, उसके बाद ही इस बारे में चर्चा की जाए कि इसकी गारंटी कैसे दी जाए।
जानकारी
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने दी यह सलाह
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि यूरोपीय देशों को अपने रक्षा खर्च को GDP के 3 से 3.5 प्रतिशत के बीच बढ़ाना चाहिए, जो कि NATO के 2 प्रतिशत के लक्ष्य से अधिक है। रूस ने रक्षा पर 10 प्रतिशत से ज्यादा खर्च किया है।
गारंटी
स्टार्मर ने दोहराई सुरक्षा गारंटी की मांग
स्टार्मर ने शांति समझौता होने की स्थिति में रूस को यूक्रेन पर दोबारा आक्रमण करने से रोकने के लिए अमेरिका से सुरक्षा गारंटी की बात भी दोहराई।
उन्होंने BBC से कहा, "मैं हमेशा से इस बात पर स्पष्ट रहा हूं कि इसके लिए अमेरिकी सहायता की जरूरत होगी, क्योंकि मुझे नहीं लगता कि इसके बिना कोई सुरक्षा गारंटी होगी। ऐसे में यूक्रेन पर फिर से आक्रमण रोकने के लिए किसी भी युद्ध विराम को अमेरिका द्वारा समर्थित होना होगा।"
बहस
ट्रंप और जेलेंस्की की बहस के बाद तनावपूर्ण माहौल
एक मार्च को जेलेंस्की व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ चर्चा कर रहे थे। उस दौरान दुनियाभर का मीडिया भी मौजूद था।
हालांकि, शुरुआत में सामान्य रही ये बातचीत धीरे-धीरे बहस में बदल गई और विवाद इतना बढ़ा कि ट्रंप ने जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से जाने को कह दिया।
इसके बाद से अमेरिका-यूक्रेन संबंधों को लेकर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। जेलेंस्की भी अपना अमेरिका दौरा बीच में छोड़कर ब्रिटेन आ गए हैं।