
अहमदाबाद विमान हादसा: एयर इंडिया के ब्लैक बॉक्स से जरूरी डाटा मिला, विश्लेषण शुरू
क्या है खबर?
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया AI-171 हादसे में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है। केंद्र सरकार ने एक बयान में बताया कि एयर इंडिया के फ्रंट ब्लैक बॉक्स से जरूरी डाटा मिल गया है और उसे डाउनलोड कर लिया गया है। इसके अलावा मेमोरी मॉड्यूल तक भी सफलतापूर्वक पहुंच बना ली गई है। अब इसका विश्लेषण शुरू कर दिया गया है।
जांच
ब्लैक बॉक्स को अमेरिका भेजने से इंकार
क्षतिग्रस्त विमान को देखते हुए पहले ब्लैक बॉक्स अमेरिका या फ्रांस भेजने की संभावना थी, जहां इससे जुड़ी प्रयोगशालाएं इसका डाटा प्राप्त कर सकतीं। हालांकि, 24 जून को नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने स्पष्ट कर दिया कि सरकारी एजेंसी इसकी जांच कर रही है, उन्होंने इसे विदेश भेजने की अटकलों को खारिज कर दिया। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) वाला ब्लैक बॉक्स 13 जून को घटनास्थल से बरामद हुआ था, जो दिल्ली लाया गया है।
उपकरण
'ब्लैक बॉक्स' क्या होता है?
'ब्लैक बॉक्स' विमान के कॉकपिट में लगे CVR और FDR से बना एक सेट होता है। इनमें पायलटों और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के बीच हुई संपूर्ण बातचीत रिकॉर्ड होती है। इसके साथ ही यह विमान की ऊंचाई, दिशा और वायुगति जैसे उड़ान डाटा मापदंडों को भी रिकॉर्ड करता है। यह सारी जानकारी जांचकर्ताओं को यह पता लगाने के लिए आवश्यक होती है कि विमान कब, कैसे और क्यों दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
सवाल
किन सवालों के जवाब मिल सकते हैं?
डाटा के परीक्षण से सबसे पहले यह पता लगाया जा सकता है कि पायलट और सह-पायलट ने अंकित कॉल में वास्तव में क्या कहा था। डाटा से यह भी पता चलने की उम्मीद है कि पायलट ने ATC को आखिरकार कोई संदेश किस समय भेजा था। इससे शायद पता चले की दुर्घटना किस समस्या के कारण हुई। विमान में ही कोई ऐसी समस्या थी या पायलट ने किसी चीज पर ध्यान नहीं दिया।
हादसा
हादसे में मारे गए हैं 275 लोग
12 जून को लंदन जा रहा बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 एयर इंडिया उड़ान अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ सेकेंड बाद बीजे मेडिकल कॉलेज से टकरा गया था। हादसे में विमान में सवार पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 241 यात्री, 10 चालक दल के सदस्य, 2 पायलट में सभी की मौत हो गई, जबकि 1 यात्री जीवित बचा। हादसे की उच्च स्तरीय जांच चल रही है। DNA जांच के बाद 250 से अधिक शव परिजनों को सौंपे गए हैं।