पाकिस्तान के हनी ट्रैप में फंसा वायुसेना का जवान, संवेदनशील जानकारी लीक करने के लिए गिरफ्तार
क्या है खबर?
भारतीय वायुसेना के एक सर्जेंट को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के हनी ट्रैप में फंस कर गोपनीय और संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उसने ISI के एजेंट के साथ रक्षा प्रतिष्ठानों और जवानों के बारे में संवेदनशील जानकारी साझा की।
समाचारा एजेंसी PTI के अनुसार, पुलिस ने बताया कि आरोपी जवान को जानकारी लीक करने के लिए पाकिस्तानी एजेंट से पैसा भी मिला था।
मामला
दिल्ली के वायुसेना रिकॉर्ड ऑफिस में काम करता था आरोपी जवान
आरोपी जवान की पहचान 32 वर्षीय देवेंद्र नारायण शर्मा के तौर पर हुई है जो दिल्ली के सुब्रतो पार्क स्थित वायुसेना रिकॉर्ड ऑफिस में प्रशासनिक सहायक (GD) के तौर पर काम करता था।
जांच में सामने आया कि पाकिस्तान की एक महिला ने देवेंद्र को हनी ट्रैप किया। देवेंद्र ने इस महिला के साथ जवानों, राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां साझा कीं।
ये महिला ISI की एजेंट बताई जा रही है।
गिरफ्तारी
6 मई को गिरफ्तार किया गया जवान
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 6 मई को देवेंद्र को व्हाट्सऐप पर दुश्मन देश की एजेंट को संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, देवेंद्र ने धोखाधड़ी के जरिए कंप्यूटर और अन्य फाइलों से लीक की गई संवेदनशील जानकारी हासिल की थी।
वायुसेना से मिली जानकारी के आधार पर उसके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और फिर गिरफ्तार करके सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
रिपोर्ट
भारतीय नंबर से फोन करती थी पाकिस्तानी महिला
ABP न्यूज के अनुसार, जिस नंबर से पाकिस्तानी महिला देवेंद्र शर्मा से बात करती थी, वह भारतीय सर्विस प्रोवाइडर का नम्बर है।
फिलहाल पुलिस उस महिला का पता लगाने का प्रयास कर रही है, जिससे इस मामले में आगे और मदद मिल सके। इस पूरे काम में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ होने का शक है।
देवेंद्र के पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
हनी ट्रैप
पिछले साल भी सामने आए थे हनी ट्रैप के मामले
बता दें कि पिछले साल जुलाई में भी एक सैनिक समेत दो लोग पाकिस्तान की ISI के हनी ट्रैप में फंस गए थे और उन्होंने संवेदनशील जानकारी लीक कर दी थी। उन्हें भी आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले पोखरण सैन्य अड्डे पर एक 34 वर्षीय सब्जी विक्रेता को एक सैनिक से संवेदनशील जानकारी हासिल करने और उसे ISI को देने के लिए गिरफ्तार किया गया था।