अग्निपथ योजना के खिलाफ आज युवाओं का भारत बंद, कई राज्यों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सेना में भर्ती की केंद्र सरकार की नई 'अग्निपथ योजना' के विरोध में आज युवाओं ने भारत बंद बुलाया है। इस बंद का बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे उत्तरी राज्यों में सबसे ज्यादा असर दिखने के आसार हैं। युवाओं के इस बंद को देखते हुए कई राज्यों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि बंद के दौरान सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान को रोका जा सके। अभी तक के आंदोलन में सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया गया है।
इन राज्यों में किए गए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जिन राज्यों में सुरक्षा बढ़ाई गई है, उनमें हरियाणा, केरल, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब शामिल हैं। हरियाणा में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए फरीदाबाद में 2,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के नोएडा में धारा 144 लागू कर दी गई है। केरल में सभी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर आने को कहा गया है, वहीं पंजाब में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। झारखंड में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
बिहार में भी बढ़ाई गई सुरक्षा
अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे आंदोलन में अब तक सबसे अधिक हिंसा देखने वाले बिहार में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। सरकार ने भाजपा के कार्यालयों के बाहर भी सुरक्षा बढ़ाई है। 20 जिलों में इंटरनेट पहले से ही बंद है।
कांग्रेस का भी देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान
युवाओं के साथ-साथ आज कांग्रेस ने भी अग्निपथ योजना के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इसकी जानकारी देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'कल देशभर में लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता युवा विरोधी अग्निपथ योजना के खिलाफ अपना शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रखेंगे। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शाम को राष्ट्रपति से भी मिलेगा।' कांग्रेस ने रविवार को भी योजना के विरोध में जंतर-मंतर पर सत्याग्रह किया था जिसमें प्रियंका गांधी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए थे।
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। उन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और मेडिकल फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इस योजना के खिलाफ देशभर में युवा सड़कों पर हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
इन राज्यों में योजना का सबसे अधिक विरोध, बिहार में ट्रेनें फूंकी गईं
अग्निपथ योजना के खिलाफ जिन राज्यों में प्रदर्शन हुआ है, उनमें बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना और केरल आदि शामिल हैं। सबसे ज्यादा हिंसा बिहार और उत्तर प्रदेश में हुई है। बिहार में तो कई ट्रेनों को फूंक दिया गया है और युवाओं की तोड़फोड़ और आगजनी से रेलवे को 700 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। कई जगहों पर युवाओं के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है।
सरकार और सेना ने किया योजना वापस लेने से इनकार
युवाओं के इस विरोध के बावजूद सरकार और सेना ने योजना को वापस लेने से इनकार कर दिया है। रविवार को रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अब से सेना में सभी भर्ती अग्निपथ योजना के तहत ही होंगी। उन्होंने योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं को भी चेताया और कहा कि भर्ती में सभी उम्मीदवारों को प्रदर्शन या हिंसा में हिस्सा नहीं होने का शपथ पत्र देना होगा।