ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे लोग, अटल सुरंग में तीन दिनों में तीन हादसे
प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अक्टूबर को रोहतांग में अटल सुरंग का उद्घाटन किया था। इसकी मदद से मनाली से लेह की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई है और अब दोनों जगहों के बीच का सफर 4-5 घंटे कम हो गया है। उद्घाटन के दो-तीन दिनों में सुरंग से खतरनाक ड्राइविंग और 'असभ्य व्यवहार' के कई मामले सामने आ चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरंग खुलने के बाद इसमें अब तक तीन सड़क हादसे हो चुके हैं।
ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे लोग
जानकारी के मुताबिक, सुरंग से रोजाना गुजरने वाले सैंकड़ो पर्यटक और स्थानीय लोग गति नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। सुरंग का निर्माण करने वाली सीमा सड़क संगठन (BRO) और जिला प्रशासन सुरंग में तेज गति से चलने वाले वाहनों को लेकर चिंतित हैं।
"ट्रैफिक नियमों को नहीं मान रहे लोग"
BRO के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर केपी पुरुषोतम ने बताया कि 3 अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद से सुरंग में तीन हादसे हो चुके हैं। ट्रैफिक नियमों का धत्ता बताते हुए पर्यटक और गाड़ियां चलाने वाले लोग सुरंग में सफर करते समय सेल्फी ले रहे होते हैं, जबकि इसमें वाहनों को खड़ा करना मना है। उन्होंने कहा कि हादसों पर रोक लगाने के उन्होंने यहां पर पुलिस की तैनाती की मांग की है।
पुलिस ने कही चौकसी बढ़ाने की बात
ब्रिगेडियर पुरुषोतम ने बताया कि उद्घाटन समारोह के बाद यहां पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कम हो गई थी। इसके चलते यहां भीड़भाड़ हो गई और पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से आने वाले लोग मनमाने तरीके से गाड़ियां चला रहे हैं। वहीं कुल्लु के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने कहा कि पुलिस ने सुरंग में सड़क हादसों और बेलगाम ड्राइविंग को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार की तरफ से भी इस मामले में दखल दिया गया है।
रोजाना दो घंटे बंद रहेगी सुरंग
अगर आप इस सुरंग से सफर करने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए एक अहम जानकारी है। अधिकारियों के मुताबिक, यह सुंरग रोजाना सुबह 9-10 बजे और शाम को 4-5 बजे तक आम लोगों के बंद रहेगी।
दुनिया की सबसे लंबी हाइवे सुरंग है अटल सुरंग
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को मनाली और लेह के बीच दुनिया की सबसे लंबी हाइवे सुरंग का उद्घाटन किया था। सीमा से लगते इलाकों को जोड़ने वाली यह सुरंग रणनीतिक रूप से भी खासा अहम है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इसे अटल सुरंग नाम दिया गया है। अभी रोहतांग पास के जरिये मनाली से लेह की दूरी 474 किलोमीटर है, जो 9 किमी लंबी इस सुरंग के बनने के बाद घटकर 428 किलोमीटर रह गई है।
10 साल में पूरा हुआ है सुरंग का काम
यह सुरंग सिंगल ट्यूब डबल लेन वाली है। इसकी चौड़ाई 10.5 मीटर है और इसे रोजाना 3,000 कारें और 1,500 ट्रकों का ट्रैफिक झेलने के लिहाज से तैयार किया गया है। इसका काम पूरा होने में 10 साल का समय लगा है। इसके शुरुआती और आखिरी 400 मीटर के गति सीमा 40 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है। बाकी दूरी में गति सीमा 80 किलोमीटर प्रतिघंटा रखी गई है। इसके भीतर हर 150 मीटर पर टेलीफोन कनेक्शन लगाए गए हैं।