मणिपुर में 2 दशक के बाद दिखाई जाएगी हिंदी फिल्म, अभी नाम का नहीं हुआ ऐलान
क्या है खबर?
15 अगस्त पर आज पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है।
इसी बीच अब 2 दशकों से अधिक समय के बाद जातीय संघर्ष प्रभावित मणिपुर में आज एक हिंदी फिल्म दिखाई जाएगी।
मणिपुर में सितंबर 2000 से हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन और चैनलों पर हिंदी फिल्मों के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
ऐसे में आज यानी मंगलवार शाम को आदिवासी संगठन हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (HSA) ने एक हिंदी फिल्म दिखाने का फैसला लिया है।
विस्तार
HSA ने जारी किया बयान
HSA की ओर से एक बयान जारी कर बताया गया कि फिल्म दिखाने की योजना चुराचांदपुर जिले के रेंगकाई (लाम्का) में बनाई है। हालांकि, फिल्म का नाम नहीं बताया गया है।
HSA ने बयान में कहा कि यह उन उग्रवादी समूहों के प्रति उनकी अवज्ञा और विरोध को दर्शाने का तरीका है, जिन्होंने दशकों से आदिवासियों को अपने अधीन कर रखा है।
इसके साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता और न्याय के लिए जारी उनकी लड़ाई में साथ देने का अपील की।
रिपोर्ट
'कुछ कुछ होता है' थी मणिपुर में दिखाई गई आखिरी फिल्म
HSA के मुताबिक, मणिपुर में सार्वजनिक रूप से दिखाने वाली आखिरी हिंदी फिल्म शाहरुख खान की 1998 में आई 'कुछ कुछ होता है' थी।
संगठन का कहना है कि उनकी ओर से अब उन राष्ट्र-विरोधी समूहों से अपनी आजादी की घोषणा होगी, जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के बहिष्कार की घोषणा की थी।
मालूम हो कि हिंदी फिल्मों की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध विद्रोही संगठन रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (RPF) ने लगाया था। इसके बाद हजारों वीडियो कैसेट जब्त कर उन्हें जला दिया था।
वजह
मणिपुरी मूल्यों के खिलाफ समझी जाती हैं हिंदी फिल्में
RPF ने हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने का कोई कारण नहीं दिया था, लेकिन केबल ऑपरेटरों का कहना था कि उग्रवादी समूह को राज्य की भाषा और संस्कृति पर बॉलीवुड के नकारात्मक प्रभाव का डर सताता था।
यहां बॉलीवुड फिल्मों और उनके गानों पर इतनी पाबंदी थी कि अगर कहीं गाना बजता हुआ सुनाई दे जाता था तो उस व्यक्ति को पीटा जाता था। यही नहीं ब्लेड से चेहरा काटने और गोली तक मार देने की घटना भी हुई।
हालात
OTT के आने से बदले हालात
2014 में प्रियंका चोपड़ा फिल्म 'मैरी कॉम' लेकर आई थीं, जो 5 बार बॉक्सिंग चैंपियन रह चुकीं मैरी के जीवन पर बनी थी।
हालांकि, प्रतिबंध के चलते मणिपुर के लोग अपनी ही बेटी की फिल्म को नहीं देख पाए थे।
सिनेमाघरों और टीवी पर हिंदी फिल्मों पर लगी रोक से थोड़ी राहत OTT के आने से मिली क्योंकि तब जाकर लोगों को फिल्में देखने का मौका मिला।
यहां ज्यादातर अंग्रेजी, कोरियाई और मणिपुरी फिल्में ही दिखाई जाती हैं।
जानकारी
3 महीने से मणिपुर में हो रही हिंसा
मणिपुर 3 महीने से ज्यादा समय से हिंसा ग्रस्त है। यहां आरक्षण को लेकर दो समुदाय के बीच हिंसा शुरू हुई थी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के संबोधन के दौरान मणिपुर में शांति बहाल होने की बात कही।