मणिपुर की घटना को अमेरिका ने 'क्रूर और भयानक' बताया, बोला- शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाए
क्या है खबर?
मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वीडियो पर दुनियाभर से प्रतिक्रिया आ रही है। अब अमेरिका ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की है।
अमेरिका ने घटना को 'क्रूर और भयानक' बताते हुए समावेशी समाधान की अपील की है। अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि वो भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने वाले वीडियो की रिपोर्ट पर खासा चिंतित है और पीड़ितों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करता है।
अमेरिका
अमेरिका बोला- शांतिपूर्ण हल निकालने की कोशिश हो
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "अमेरिका मणिपुर हिंसा का शांतिपूर्ण और समावेशी समाधान चाहता है। सभी को साथ लेकर विवाद का शांतिपूर्ण हल निकालने की कोशिश होनी चाहिए।"
अमेरिका ने भारत सरकार से अपील करते हुए कहा कि वो सभी लोगों, घरों और पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और मानवीय जरूरतों का जवाब दे।
बता दें कि इससे पहले भारत में अमेरिका के राजदूत ने भी ये मामला उठाया था।
राजदूत
अमेरिकी राजदूत ने कहा था- घटना दिल दुखाने वाली
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा था, "मणिपुर में जारी हिंसा भारत का आंतरिक मामला है, लेकिन जैसा मैंने पहले भी कहा था, जब भी इस तरह की घटना होती है तो मानवीय पीड़ा होती है और हमारा दिल टूट जाता है। चाहे वो हमारे पड़ोस में हो, दुनियाभर में हो या जहां हम रह रहे हैं वहां हो।"
6 जुलाई को दिए एक अन्य बयान में गार्सेटी ने मणिपुर मामले पर मदद की पेशकश की थी।
ब्रिटेन
ब्रिटेन की संसद में भी उठा था मणिपुर का मामला
मणिपुर हिंसा का मुद्दा ब्रिटेन की संसद में भी उठ चुका है।
तब सांसद फियोना ब्रूस ने कहा था, "मणिपुर में मई से कई चर्च जलाए गए हैं, 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 50,000 से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। न सिर्फ चर्च, बल्कि उनसे जुड़े स्कूलों को भी निशाना बनाया गया है। इससे साफ होता है कि ये सब योजना के तहत किया जा रहा है और धर्म इन हमलों में बड़ी वजह है।"
EU
EU की संसद ने भी पारित किया था प्रस्ताव
11 जुलाई, 2023 को फ्रांस के स्ट्रासबुर्ग में यूरोपीय संसद के सांसदों ने मणिपुर में हो रही हिंसा पर प्रस्ताव पारित किया था। इसमें भाजपा के नेताओं पर नफरती भाषण देने और केंद्र सरकार पर विभाजनकारी नीति लागू करने का आरोप लगाया गया था।
प्रस्ताव में सरकार से मणिपुर में इंटरनेट बहाल करने का भी आग्रह किया गया था और यूरोपीय संघ को भारत के साथ मानवाधिकारों पर बातचीत करने की अपील की गई थी।
मामला
क्या है महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का मामला?
मणिपुर से 19 जुलाई को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें भीड़ 2 महिलाओं को निर्वस्त्र करके दौड़ा रही है। इस वीडियो में महिलाएं रोती-बिलखती देखी जा सकती हैं और कुछ पुरुष उनके साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं।
पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि कुछ लोगों ने उनके साथ गैंगरेप भी किया। यह घटना कांगपोकपी जिले की है और वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है। इस घटना के एक दिन पहले ही मणिपुर में हिंसा शुरू हुई थी।