मणिपुर वीडियो और महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर आमने-सामने आई भाजपा और कांग्रेस
क्या है खबर?
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के मामले को लेकर सियासत गरमाई हुई है। भाजपा और कांग्रेस महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर एक-दूसरे पर लगातार निशाना साध रही हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद वहां का दौरा नहीं किया है।
दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पूछा कि गांधी परिवार राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हो रही घटनाओं को लेकर मौन क्यों है?
बयान
अनुराग ठाकुर बोले- मणिपुर की स्थिति से निपटने के लिए उठाए सभी कदम
अनुराग ठाकुर ने कहा, "जब मणिपुर में कांग्रेस सत्ता में थी तो 6-6 महीने लंबी हड़तालें होती थीं। हमने स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठाए हैं और गृह मंत्री खुद चार दिनों तक वहां थे।"
उन्होंने राहुल गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा, "मैं विपक्ष से पूछना चाहता हूं कि क्या कारण है कि वे चर्चा से भाग रहे हैं। क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि विपक्ष के एक नेता को अयोग्य घोषित कर दिया गया है।"
बयान
राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर चुप है गांधी परिवार- ठाकुर
ठाकुर ने आगे कहा कि अशोक गहलोत ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों को नियंत्रित करने में राजस्थान सरकार की सफलता पर सवाल उठाने के बाद मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मंत्री पद से हटा दिया।
उन्होंने करौली, जोधपुर, बीकानेर और उदयपुर में सामने आईं कुछ घटनाओं का हवाला देते हुए कहा, "सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों के संबंध में मंत्री की टिप्पणियों पर चुप क्यों हैं।"
बयान
मणिपुर में भाजपा सरकार होने के बावजूद चुप हैं प्रधानमंत्री- गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा, "प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार के लिए विभिन्न राज्यों का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री विभिन्न देशों की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन मणिपुर भी हमारे देश का हिस्सा है। मणिपुर में भाजपा की सरकार है और वह चुप हैं। कल्पना कीजिए कि अगर मणिपुर में कांग्रेस की सरकार होती तो वह क्या कहते।"
उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री खुद मणिपुर नहीं गए तो प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक कर सकते थे।
बयान
गहलोत बोले- प्रधानमंत्री के बयान से राजस्थान को पहुंची ठेस
गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए जिस तरह का व्यवहार किया और अपना दुख व्यक्त किया, उससे राजस्थान के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने मानसून सत्र की शुरुआत में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि वे राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों से कहना चाहते हैं कि वे सभी अपने-अपने राज्यों में कानून और व्यवस्था की देखभाल करें।
सवाल
राजस्थान के मंत्री ने अपनी ही सरकार पर उठाए थे सवाल
राजस्थान के मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के मामले पर चर्चा के दौरान कहा था कि राजस्थान सरकार महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है और मणिपुर का मुद्दा उठाने के बजाय आत्मनिरीक्षण किया जाना चाहिए।
इस बयान के कुछ घंटे बाद ही गुढ़ा को मंत्री पद से हटा दिया गया था।
गुढ़ा ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंमत्री को गृह विभाग किसी और मंत्री को दे देना चाहिए।