भारती सिंह को याद आई गरीबी, बोलीं- लोगों का बचा और बासी खाना खाकर गुजारे दिन
कॉमेडियन भारती सिंह अमूमन अपनी कॉमेडी को लेकर चर्चा में रहती हैं और जब से वह मां बनी हैं, अपने बेटे के वीडियो भी वह सोशल मीडिया पर गाहे-बगाहे साझा करती रहती हैं। आज भले ही भारती करोड़ों में खेलती हों, लेकिन एक समय था, जब उन्हें एक वक्त की रोटी तक नसीब नहीं होती थी। एक हालिया इंटरव्यू में अपने गुरबत के दिनों को याद कर वह भावुक हो गईं। आइए जानते हैं क्या कुछ बोलीं भारती।
2 साल की उम्र में पिता ने छोड़ा साथ
नीना गुप्ता के पॉडकास्ट में भारती ने कहा, "मैं 2 साल की थी, जब मेरे पिता गुजर गए थे। मेरे भाई-बहन और मां कारखाने में काम करते थे, जहां वे रात-रात भर कंबल सिलते थे। आज भी उन कंबलों की गंध और मशीन की चिड़चिड़ी आवाज मुझे सताती है।" उन्होंने कहा, "मैंने और मेरे परिवार ने बहुत गरीबी में दिन काटे हैं, जिन्हें मैं अब कभी नहीं देखना चाहती। आपको बता नहीं सकती कि मैंने कितने बुरे दिन देखे हैं।"
ज्यादातर हास्य कलाकार आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं- भारती
भारती ने कहा, "अगर आप गौर करेंगे तो पाएंगे कि ज्यादातर कॉमेडियंस का बैकग्राउंड अच्छा नहीं होता। अधिकतर हास्य कलाकारों की आर्थिक स्थिति खराब ही होती है। अमीर कॉमेडियन बहुत कम देखने को मिलते हैं।" उन्होंने कहा, "मेरी स्थिति का अंदाजा तो आप इससे लगा सकते हैं कि अगर मैं लोगों को आधा खाया हुआ सेब फेंकते देखती थी तो सोचती थी उन्हें खाना बर्बाद करने के लिए श्राप मिलेगा। मैं उसे उठाकर किसी भी तरह खाने की सोचती थी।"
लोगों का बचा हुआ खाना खाकर भरा पेट
भारती ने कहा, "मैं त्योहारों के दौरान उदास हो जाती थी। पटाखे फोड़ने वाले दूसरे बच्चों के पास जाकर खड़ी हो जाती थी, ताकि वे सोचें कि मैंने पटाखे फोड़े।" उन्होंने कहा, "जब मां लोगों के घरों में काम करती थी तो मैं दरवाजे के पास बैठ जाती थी। वह शौचालय साफ करती थी। जाते समय वे उसे बचा हुआ खाना दे देते थे। उनका बासी खाना हमारा ताजा खाना होता था और उसी में हमारा दिन बन जाता था।"
मां को कामयाबी का श्रेय देती हैं भारती
भारती बोलीं, "मैं अपनी मां से कहती हूं कि मैंने जो कुछ भी कमाया है, वो उसी की बदौलत पाया है। मुझे अपने 10 महीने के बेटे से उतना प्यार नहीं, जितना प्यार मैं अपनी मां से करती हूं।" भारती ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें मर्दों से नफरत थी। दरअसल, साहूकार उनके पिता के निधन के बाद उनकी मां को गाली देते थे। उनसे कर्ज चुकाने के लिए कहते थे। वह उस वक्त असहाय महसूस करती थीं।
भारती ने इस शो से की थी अपने करियर की शुरुआत
भारती को आज कौन नहीं जानता? वह शूटिंग और तीरंदाजी की खिलाड़ी भी रही हैं। भारती राष्ट्रीय स्तर की शूटर रह चुकी हैं। उन्हें शूटिंग में गोल्ड मेडल से भी नवाजा जा चुका है। भारती ने 2005 में शुरू हुए कॉमेडी शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' से टीवी पर अपने करियर की शुरुआत की थी। वह पहली महिला कॉमेडियन थीं, जो 'लाफ्टर चैलेंज' में रनर-अप बनी थीं। इस सफलता के बाद भारती ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।