भारत में कैसा है एथिकल हैकिंग का भविष्य और कैसे बनाए इस क्षेत्र में करियर?
क्या है खबर?
एथिकल हैकिंग एक जिम्मेदारी भरा प्रोफेशन है जिसका उद्देश्य अच्छे इरादे से हैकिंग का इस्तेमाल करके दूसरों की मदद करना है।
आज के दौर में कंप्यूटर और मोबाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में मौजूद डाटा की सुरक्षा करने की अत्यधिक आवश्यकता है। इस डाटा की सुरक्षा करना ही एथिकल हैकर का मुख्य काम होता है।
अगर आपको इस क्षेत्र में दिलचस्पी है तो आपको एक सर्टिफाइड एथिकल हैकर बनना होगा और इसके लिए कुछ प्रमुख गुण सीखने होंगे।
अंतर
हैकिंग और एथिकल हैकिंग में अंतर क्या है?
हैकिंग में हैकर्स किसी सिस्टम (कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण) की किसी गलती का फायदा उठाकर उनके सिस्टम में प्रवेश करते हैं और उसमें मौजूद जानकारियों को चुराने की कोशिश करते हैं।
एथिकल हैकर्स कानून के दायरे में किसी के कहने पर उनके नेटवर्क या सिस्टम की कमजोरियों को उजागर करने के लक्ष्य के साथ नेटवर्क में प्रवेश करते हैं और सिस्टम के मालिक को सिस्टम में होने वाले हमले या साइबरक्राइम से सुरक्षित बचा लेते हैं।
पाठ्यक्रम
इन पाठ्यक्रम की पढ़ाई करके बन सकते हैं एथिकल हैकर
पाठ्यक्रमों के नाम:
सर्टिफिकेट कोर्स इन साइबर लॉ
सिस्को सर्टिफाइड नेटवर्क एसोसिएट (CCNA) सर्टिफिकेशन
सर्टिफाइड एथिकल हैकर
सर्टिफाइड इंर्फोमेशन सिस्टम सिक्योरिटी प्रोफेशन
PG डिप्लोमा इन डिजिटल एंड साइबर फोरेंसिक्स
PG डिप्लोमा इन साइबर लॉ
एडवांस डिप्लोमा इन एथिकल हैकिंग
संस्थानों के नाम:
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (NIELIT)
HITS, चेन्नई
NIIT विश्वविद्यालय, नीमराना (राजस्थान)
IIIT हैदराबाद
मद्रास विश्वविद्यालय
SRM विश्वविद्यालय
गुण
एथिकल हैकर बनने के लिए कैसे गुण सीखने की जरूरत है?
एक प्रोफेशनल एथिकल हैकर बनने के लिए स्नातक डिग्री के अलावा आपके पास C++, हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (HTML), पायथन, जैसी कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए।
इसके साथ ही साइबर सुरक्षा, कोडिंग, फायर वॉल और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का भी ज्ञान होना जरूरी है।
एथिकल हैकर को दबाव में काम करने की भी आदत होनी चाहिए, ताकि आप जल्द से जल्द अपनी कंपनी के सिस्टम या वेबसाइट की समस्या को न्यूनतम समय में हल कर सकें।
वेतन
एथिकल हैकर का वेतन कितना होता है?
प्रोफेशनल एथिकल हैकर का वेतन अच्छा होता है, लेकिन यह उसके संस्थान, कार्य स्थान और पद पर भी निर्भर करता है।
पेस्केल वेबसाइट की तरफ से किए गए सर्वे में पता चला है कि साइबर सुरक्षा विश्लेषक की सालाना आय 2.8 लाख रूपये से लेकर 12 लाख के बीच में होती है। यह उसके कार्य अनुभव पर भी निर्भर करता है।
इस क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों की सालाना औसत आय पांच लाख रूपये से शुरू होती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज हो चुकी हैं 6 लाख से अधिक शिकायतें
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 21 दिसंबर, 2022 को "साइबर अपराध: खतरे, चुनौतियां और रिस्पोंस" विषय पर मंत्रालय की समिति की अध्यक्षता के दौरान कहा था कि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर 6 लाख से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई और 12,776 प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIRs) दर्ज हुईं।
उन्होंने बताया था कि राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण यूनिट (NCTAU) की तरफ से साइबर अपराध रोकथाम की 142 एडवाइजरी जारी की गईं और 266 मोबाइल एप ब्लॉक किए गए।