UPSC: सबसे चुनौतीपूर्ण वैकल्पिक विषयों में से एक है गणित, ऐसे करें तैयारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में कई उम्मीदवार गणित को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते हैं। गणित चुनौतीपूर्ण वैकल्पिक विषय माना जाता है। इसका पाठ्यक्रम सामान्य ज्ञान के पाठ्यक्रम से बिल्कुल अलग है, लेकिन ये CSAT में मददगार साबित होता है। गणित स्कोरिंग विषय है और इसमें ज्यादा प्रतिस्पर्धा नहीं है, ऐसे में कई उम्मीदवार इसे चुनते हैं। आइए इस विषय का पाठ्यक्रम और तैयारी की टिप्स जानते हैं।
गणित वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम क्या है?
UPSC गणित वैकल्पिक विषय के पेपर 1 में रैखिक बीजगणित, फलन (वास्तविक चर, वास्तविक संख्याएं), विश्लेषणात्मक ज्यामिति, साधारण अवकल समीकरण, गतिकी और स्थैतिकी, सदिश विश्लेषण आदि के बारे में पढ़ना होता है। पेपर 2 के पाठ्यक्रम में बीजगणित चक्रीय समूह, वास्तविक विश्लेषण, अभिसरण, सम्मिश्र विश्लेषण, रैखिक प्रोग्राम, आंशिक अवकल समीकरण, रैखिक अवकल समीकरण, संख्यात्मक विश्लेषण और कंप्यूटर प्रोगाम, कंप्यूटर प्रणालियां, यांत्रिकी और तरल गतिकी जैसे खंड शामिल हैं। उम्मीदवार UPSC की वेबसाइट से विस्तृत पाठ्यक्रम डाउनलोड कर सकते हैं।
तैयारी के दौरान इन विषयों पर करें फोकस
पेपर 1 में रेखीय बीजगणित, विश्लेषणात्मक ज्यामिति, गतिकी और स्थैतिकी, विभेदक समीकरण, गणना, सदिश और अदिश क्षेत्र, सरल आवर्त, उर्जा, केंद्रीय बल, व्युत्क्रम, विशिष्ट-अनिश्चित समाकल, क्षेत्र, वक्र अनुरेखण, केली-हैमिल्टन प्रमेय, एकात्मक मैट्रिक्स आदि से संबंधित सवालों को अच्छी तरह समझ लें। पेपर 2 में भागफल समूह, बुनियादी समरूपता प्रमेय, वास्तविक संख्या प्रणाली, रैखिक प्रोगाम समाधान की विधियां, संख्यात्मक एकीकरण, अंतर समीकरण, कंप्यूटर सिस्टम के तत्व और मेमौरी, संख्यात्मक विश्लेषण को हल करने की तकनीक समझें।
कौनसी किताब पढ़ें?
गणित की अवधारणाओं को समझने के लिए अलग-अलग किताबों का उपयोग करना होगा। अधिकतर उम्मीदवार शाउम सीरीज की रेखीय बीजगणित, वेक्टर विश्लेषण, पीएन चटर्जी की 3-डी ज्यामिति, राजा रमन की कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, एमडी राय सिंघानिया की यांत्रिकी और द्रव गतिकी, उन्नत विभेदक समीकरण, जैन और अयंगर की संख्यात्मक विश्लेषण, जोसेफ गैलियन की समकालीन सार बीजगणित जैसी किताबों का इस्तेमाल करते हैं। गणित को समझने के लिए किताबों के साथ-साथ यूट्यूब का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
गणित में अभ्यास है सबसे ज्यादा जरूरी
गणित एक ऐसा विषय है, जिसमें जितना ज्यादा अभ्यास करेंगे, उतने ही अच्छे नंबर आएंगे। गणित की अवधारणाएं समझने और फॉर्मूले याद करने के बाद ज्यादा से ज्यादा सवालों को हल करके देखें। कई बार अभ्यर्थी सवालों में जोड़-घटाने के चिन्ह को अनदेखा करने के साथ सवालों को गलत कॉपी करने जैसी गलतियां कर देते हैं। ये छोटी-छोटी गलतियां बहुत महंगी पड़ती है। इनसे बचने के लिए निरंतर मॉक टेस्ट हल करें और कमजोर क्षेत्रों पर काम करें।
रटने से खराब होगा प्रदर्शन
कई अभ्यर्थी फॉर्मूले और सवालों को हल करने के तरीकों को रट लेते हैं, लेकिन ये कभी काम नहीं आता। गणित के हर सवाल को हल करने का अलग तरीका होता है, ऐसे में आप केवल फॉर्मूले याद करने पर फोकस करें। चीज़ों को रटने के बजाय उनका प्रयोग कर सवालों को हल करें। परीक्षा के लिए एक फॉर्मूला शीट तैयार रखें और इसका बार-बार रिवीजन करते रहें। प्रत्येक सवाल पहले अच्छी तरह समझें, फिर शांत दिमाग से हल करें।