UPSC: इतिहास वैकल्पिक विषय में अच्छे नंबर लाना है आसान, ऐसे करें तैयारी
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की मुख्य परीक्षा में उपलब्ध कराए गए वैकल्पिक विषयों में इतिहास भी शामिल होता है।
ये लोकप्रिय वैकल्पिक विषय है। यह सामान्य अध्ययन के पेपरों का भी हिस्सा कवर करता है। ऐसे में अधिकतर अभ्यर्थी इस विषय को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते हैं।
आइए जानते हैं UPSC के वैकल्पिक विषय के तौर पर इतिहास का पाठ्यक्रम क्या है और अच्छे नंबर लाने के लिए कैसे तैयारी करनी चाहिए।
पाठ्यक्रम
इतिहास का पाठ्यक्रम क्या है?
इतिहास पेपर 1 में पुरातात्विक स्रोत, साहित्यिक स्रोत, पूर्व इतिहास, महाजनपदों की अवधि, महापाषणिक संस्कृतियां, सिंधु घाटी सभ्यता, आर्य और वैदिक काल, मौर्य साम्राज्य, मौर्योत्तर काल, गुप्त युग, भारतीय सांस्कृतिक इतिहास, 13वीं से 18वीं शताब्दी, अकबर आदि विषय शामिल हैं।
पेपर 2 में भारत में यूरोपीय प्रवेश और ब्रिटिश विस्तार, ब्रिटिश राज की प्रारंभिक सरंचना, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास, भारतीय राष्ट्रवाद, गांधी का उदय, राष्ट्रीय आंदोलन, औद्योगीकरण, क्रांति, विश्व युद्ध, साम्राज्यवाद, राष्ट्र-राज्य प्रणाली आदि विषय शामिल हैं।
कैसे पढ़ें
NCERT की किताबों से करें पढ़ाई की शुरुआत
इतिहास की मूल अवधारणाओं को समझने के लिए NCERT किताबें पढ़ें।
इन किताबों में इतिहास की घटनाओं को सही क्रम में बताए जाने के साथ ही शासकों और घटनाओं की समयरेखा को आसान शब्दों में तस्वीरों समेत समझाया गया है।
उम्मीदवार विपिनचंदा की आधुनिक भारत का इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, आरएस शर्मा की भारत का प्राचीन अतीत, सतीश चंद्र की मध्यकालीन भारत, नितिन सिंघानियों की भारतीय कला और संस्कृति जैसे किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
विभाजित
पाठ्यक्रम का विभाजन करना है जरूरी
इतिहास को प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत में विभाजित किया गया है। आप इसी क्रम में तैयारी करें।
इन सभी भागों के पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझ लें। प्रत्येक खंड के लिए घटनाओं के कारण, महत्व, आलोचना, उपलब्धि आदि के नोट्स बनाएं। आप यहां नोट्स बनाने के तरीके जान सकते हैं।
नोट्स में क्रिप्स मिशन की विफलता, भारत छोड़ो आंदोलन के प्रभाव/उपलब्धि आदि के बारे में लिखें।
अतीत के प्रमुख व्यक्ति, भारतीय समाज, अर्थव्यवस्था आदि पर टिप्पणियों का अध्ययन करें।
मानचित्र
मानचित्रों का अभ्यास करें
इतिहास की तैयारी के दौरान नियमित रूप से मानचित्रों का अभ्यास करें। इससे आप काफी कुछ नया सीख सकेंगे।
मानचित्रों की सहायता से भारत की प्रमुख रियासतें, राजाओं के क्षेत्र, भारत के प्रमुख मंदिर, प्रमुख उद्योग और कारखाने, अलग-अलग युद्धों के क्षेत्र, आंदोलनों के क्षेत्र आदि याद कर पाएंगे।
इसके साथ ही भारत में आए विभिन्न यात्रियों और उनकी टिप्पणियों के बारे में पढ़ें।
गांधी, अकबर, हिटलर आदि को पढ़ते समय इतिहास की कड़ियों को आपस में जोड़कर पढ़ें।
इतिहास
वैकल्पिक विषय के रूप में इतिहास को क्यों चुनना चाहिए?
इतिहास का पाठ्यक्रम सामान्य अध्ययन के पेपरों के पाठ्यक्रम से संबंधित है। सामान्य अध्ययन पेपर 1 में भारतीय कला, प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक इतिहास शामिल हैं।
अगर आप इतिहास को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते हैं तो सामान्य अध्ययन का पाठ्यक्रम भी कवर कर पाएंगे।
इतिहास स्कोरिंग विषय है और इससे निबंध के पेपर में भी मदद मिलती है। इतिहास समझने में भी आसान है, लेकिन अगर आपको इस विषय में रूचि नहीं है तो इसका चुनाव करने से बचें।