UPSC: मुख्य परीक्षा के लिए ऐसे करें रसायन विज्ञान वैकल्पिक विषय की तैयारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की तैयारी कर रहे उम्मीदवार रसायन विज्ञान को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते हैं। ये विषय अन्य विषयों की तुलना में कठिन माना जाता है, इसका पाठ्यक्रम काफी बड़ा है, लेकिन ये स्कोरिंग विषय है और इसमें प्रतिस्पर्धा भी कम है। ऐसे में स्नातक स्तर पर रसायन विज्ञान का अध्ययन करने वाले उम्मीदवार इसे चुनते हैं। आइए जानते हैं रसायन विज्ञान का पाठ्यक्रम और तैयारी के टिप्स।
क्या है रसायन विज्ञान का पाठ्यक्रम?
पेपर 1 में परमाण्विक सरंचना, रासायनिक संबंध, ठोस अवस्था, गैसीय अवस्था और परिवहन परिघटना, तरल अवस्था, ऊष्मप्रवैगिकी, चरण संतुलन और समाधान, इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री, रासायनिक गतिकी, फोटोकैमिस्ट्री, जैव-अकार्बनिक रसायन विज्ञान, समन्वय रसायन विज्ञान, मुख्य समूह रसायन विज्ञान, F ब्लॉक तत्व की सामान्य रसायन शास्त्र खंड शामिल हैं। पेपर 2 के लिए डेलोकलाइज्ड सहसंयोजक बंधन, प्रतिक्रिया तंत्र, प्रतिक्रियाशील मध्यवर्ती, प्रतिस्थापन प्रतिक्रियाएं, विलोपन अभिक्रियाएं, जोड़ प्रतिक्रियाएं, प्रतिक्रियाएं और पुनर्व्यवस्था, पेरीसाइक्लिक अभिक्रियाएं, स्पेक्ट्रोस्कोपी आदि खंड पढ़ने होंगे।
रसायन विज्ञान के लिए उपयोगी किताबें
उम्मीदवार बेसिक्स स्पष्ट करने के लिए कक्षा 11 और कक्षा 12 की रसाइन विज्ञान की NCERT किताबें पढ़ें। इसके बाद पुरी, शर्मा और पठानिया की फिजिकल केमिस्ट्री के सिद्धांत, केएल कपूर की फिजिकल केमिस्ट्री, पीटर साइक्स की कार्बनिक रसायन और जेम्स हूही की अकार्बनिक रसायन किताब का इस्तेमाल करें। क्लेडेन की कार्बनिक रसायन, जगदंबा सिंह की फोटोकैमिस्ट्री और पेरीसाइक्लिक रिएक्शन, सैमुअल ग्लासस्टोन की इलेक्ट्रोकैमिस्ट्री, पीएस कालसी की कार्बनिक यौगिकों की स्पेक्ट्रोस्कोपी किताब पढ़ें।
पेपर 1 में महत्वपूर्ण टॉपिक कौनसे हैं?
पेपर 1 में हाइजेनवर्ग सिद्धांत, तरंग व्यवस्था, ध्रुवीयता, ऊर्जा अवधारणा, बॉन्डिंग, क्रिस्टल सिस्टम, यूनिट सेल, गैसों की अवस्था का समीकरण, मैक्सवेल की गति का वितरण, केल्विन समीकरण, सतह ऊर्जा, ऊष्मप्रवैगिकी के नियम और सिद्धांत पढ़ें। थर्मोडायनामिक, बाइनरी सिस्टम, मोलर मात्राएं, इलेक्ट्रोकेमिकल, गैल्वेनिक श्रृंखलाएं, डेबी-हकल सिद्धांत, टकराव और संक्रमण के सिद्धांत, जैविक प्रणालियां, उपसहसंयोजन यौगिक, ईएएन नियम, धातु ओलेफिन परिसर, धातु परमाणु समूह, बोराजिन, इंटरहैलोजन यौगिक, लैंथेनाइड्स और एक्टिनाइड्स, ऑक्सीकरण, प्रकाश अवशोषण अवधारणाओं के बारे में प्रमुखता से पढ़ें।
पेपर 2 में महत्वपूर्ण टॉपिक
पेपर 2 में एरोमैटिकिटी, एजुलीन, कार्बनिक प्रतिक्रियाओं के अध्ययन के तरीके, समस्थानिक, कार्बोनियम, नाइट्रेन, ज्यामिति और प्रतिक्रियाएं, एसएन तंत्र, अभिक्रियाएं अच्छी तरह पढ़ें। संरचना व्याख्या, कार्बनिक यौगिक, अभिक्रियाएं की मैथड, अभिक्रियाओं में अंतर, परमाणु चुंबकीय अनुनाद, रासायनिक बदलाव, युग्मन स्थिरांक, बहुपरमाणुक अणु समूह पर फोकस करें। पिछले साल के प्रश्नपत्रों को देखें, उनमें से कई सारे सवाल दोहराएं जाते हैं। पेपर 1 और पेपर 2 दोनों की तैयारी के लिए मॉक टेस्ट जरूर हल करें।
डायग्राम और समीकरणों पर ध्यान दें
रसायन विज्ञान में डायग्राम और समीकरणों का काफी ज्यादा महत्व है। पेपर में न्यूमेरिकल सवाल भी आते हैं। इन्हें सही ढंग से हल करके आप अधिकतम अंक हासिल कर सकते हैं। पाठ्यक्रम को अच्छी से समझने के बाद विषय-वार तैयारी करें। इस विषय में आवर्त सारणी जैसी चीज़ों को याद करने के लिए संक्षिप्त नोट्स और स्मृति चिन्ह बनाएं। इस विषय में नियमित रिवीजन जरूरी है। सभी सिद्धांत, अवधारणाओं और समीकरणों को अच्छी तरह याद करें।