हरियाणा: बच्चों की याददाश्त बेहतर करने के लिए स्कूलों में प्रेयर के बाद कराई जाएगी उठक-बैठक
आज के समय में पढ़ाई बहुत ज़रूरी है। पढ़ाई के लिए दिमाग का चुस्त-दुरुस्त रहना आवश्यक है। बिना बेहतर दिमाग के पढ़ाई संभव नहीं है। बच्चों का दिमाग बेहतर हो, इसके लिए बाज़ार में कई टॉनिक भी मौजूद हैं, लेकिन हरियाणा सरकार ने बच्चों का दिमाग और शरीर मज़बूत करने की एक नई योजना बनाई है। जानकारी के अनुसार, अब हरियाणा के स्कूली बच्चे दिमाग और शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए कान पकड़कर उठक-बैठक करेंगे।
योग दिवस पर योग विशेषज्ञ की सलाह के बाद दिया गया फ़ैसला
ख़बरों के अनुसार, बच्चों से उठक बैठक सज़ा के तौर पर नहीं बल्कि योग को ध्यान में रखकर करवाया जाएगा, जो स्कूलों में प्रेयर के बाद करवाई जाएगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव राजीव प्रसाद ने कहा कि यह एक्सरसाइज सुपर ब्रेन योग है। उन्होंने आगे बताया कि विश्व योग दिवस के मौके पर योग विशेषज्ञों से सलाह के बाद ही यह फ़ैसला लिया गया है। हालाँकि, यह क़दम कितना कारगर होगा, यह तो समय ही बताएगा।
पहले सज़ा के तौर पर छात्रों से कान पकड़कर कराई जाती थी उठक-बैठक
अगर आपको याद होगा तो कुछ साल पहले तक स्कूलों में अगर कोई छात्र गलती करता था, तो उसे कान पकड़कर उठक-बैठक करने की सज़ा दी जाती थी। इस सज़ा का मक़सद दिमाग को संतुलित रखकर याददाश्त और एकाग्रता को बढ़ाना होता था।
इसी सत्र से शुरू होंगे छात्रों पर प्रयोग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा विद्यालय बोर्ड स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्ण लैब स्कूल में प्रयोग के तौर पर इसी शिक्षा सत्र से इसकी शुरुआत की जाएगी। इसके लिए आज शिक्षकों को ट्रेंड किया गया। आठ जुलाई को जब स्कूल खुलेंगे, उसके बाद लगभग 700 छात्रों को दो सेक्शन में बाँटा जाएगा। एक सेक्शन को योग करवाया जाएगा, जबकि दूसरे सेक्शन से योग नहीं करवाया जाएगा। ऐसा परीक्षण के लिए किया जाएगा।
दिमाग की क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा सुपर ब्रेन योग
दोनों सेक्शन के छात्रों का एक साल तक वैज्ञानिक तरह से अध्ययन किया जाएगा। अगर योग करने वाले छात्रों पर इसका सकारात्मक असर दिखा, तो अगले शैक्षिक सत्र से विभाग को सभी स्कूलों में यही नियम लागू करने के लिए लिखा जाएगा। सचिव राजीव प्रसाद ने कहा, "ब्रेन सुपर योग कान के निचले हिस्से के एक्यूप्रेशर प्वाइंट को सक्रिय करके दिमाग की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इससे छात्रों की याददाश्त अच्छी होगी।"
कैसे कराया जाएगा सुपर ब्रेन योग?
सुपर ब्रेन योग के अंतर्गत दाएँ हाथ से बाएँ कान को और बाएँ हाथ से दाएँ कान को पकड़कर उठक-बैठक करना होगा। इस दौरान 10-12 बार उठक-बैठक करना होगा और साँस पर नियंत्रण भी रखना होगा।
सुपर ब्रेन योग के फ़ायदे
बता दें कि सुपर ब्रेन योग से दिमाग के दोनों भाग संतुलित होते हैं और दिमाग से अल्फ़ा तरंगे निकलती हैं। अल्फ़ा तरंगे सृजनात्मक कार्य के लिए आवश्यक वातावरण प्रदान करती हैं। ऐसे में दिमाग जानकारी ग्रहण करने या प्रसारित करने के लिए बहुत ज़्यादा क्रियाशील हो जाता है और धीरे-धीरे दिमाग के सभी प्रणालियों में सामंजस्य बैन जाता है। इस योग के नियमित अभ्यास से शरीर और मन से जुड़ी सभी समस्याएँ दूर हो जाती हैं।